वॉशिंगटन। चक्रवाती तूफान हेलेन अमेरिका में भारी तबाही मचा रहा है। इस तूफान के चलते अमेरिका के दक्षिण पूर्व के इलाकों में भारी तबाही मची हुई है और तूफान के चलते विभिन्न घटनाओं में अब तक 44 लोगों की मौत हो चुकी है।
तूफान के चलते कई घर तबाह हो गए हैं और बाढ़ के हालात हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं। मरने वाले लोगों में बचाव दल के तीन कर्मचारी, एक महिला और उसके जुड़वां बच्चे शामिल हैं।
225 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलीं हवाएं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फ्लोरिडा, जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलिना, साउथ कैरोलिना और वर्जीनिया में लोगों की जान गई है। कैटगरी-4 के इस चक्रवाती तूफान हेलेन के चलते कई अस्पतालों में बिजली गुल हो गई है।
तूफान के चलते 225 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलीं। विशेषज्ञों का कहना है कि तूफान के चलते 15-26 अरब डॉलर के आर्थिक नुकसान का अनुमान है। टेनेसी के उत्तरी इलाकों में सैंकड़ों मील तक मलबा फैला हुआ है।
तूफान प्रभावित इलाकों से लोगों को लगातार सुरक्षित बचाया जा रहा है। चक्रवाती तूफान हेलेन के असर से अटलांटा में बीते 48 घंटे में 28.24 सेंटीमीटर बारिश हुई है, इससे पहले दो दिन में इतनी बारिश 1878 में हुई थी।
1500 कर्मचारी राहत और बचाव कार्यों में जुटे
राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि वह तूफान पीड़ितों की सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं। संघीय आपातकाल प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख तूफान प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं। एजेंसी ने बचाव दल में 1500 कर्मचारियों को तैनात किया है।
फ्लोरिडा, जॉर्जिया और कैरोलिना में तूफान के चलते करीब 30 लाख घरों से बिजली गुल है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि चक्रवाती तूफान हेलेन के चलते हो रही भारी बारिश से नॉर्थ कैरोलिना में बाढ़ के हालात बेहद खराब हो सकते हैं।
कई सड़कें या तो भारी बारिश और बाढ़ के चलते तबाह हो चुकी हैं या फिर जलमग्न हैं। ऐसे में राहत और बचाव कार्यों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तूफान प्रभावित इलाकों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।