नई दिल्ली। सुहागिन महिलाओं को हर वर्ष करवा चौथ के पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है। हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखंड सौभाग्य, पति की लंबी आयु और बेहतर जीवन के लिए सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं। इस साल करवा चौथ का व्रत रविवार 20 अक्तूबर को रखा जाएगा।
इस दौरान महिलाएं करवा चौथ व्रत का संकल्प लेती हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखते हुए रात को चंद्रमा के निकलने पर दर्शन और पूजन करते हुए व्रती महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं।
इस दिन शाम को करवा माता, भगवान गणेश की पूजा और कथा सुनने का विधान है, और पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार उसका पारण करती हैं। मूल रूप से करवा चौथ का पर्व उत्तर भारत में मनाया जाता है। उत्तर भारत का यह पर्व पति की लंबी आयु और दांपत्य जीवन में खुशहाली का प्रतीक है।
सरगी का शुभ मुहूर्त 2024
इस दिन सूर्योदय होने से पहले सरगी की परंपरा है। सुहागिन महिलाएं करवा चौथ पर सूर्योदय से पहले स्नान करके व्रत रखने का संकल्प लेती हैं। इस दौरान सास द्वारा दी गई सरगी का सेवन किया जाता है।
ऐसे में 20 अक्तूबर को सूर्योदय का समय सुबह 06 बजकर 30 मिनट पर है। करवा चौथ पर सरगी सूर्योदय होने से दो घंटे पहले खाई जाती है। ऐसे करवा चौथ पर सरगी खाने का शुभ मुहूर्त सुबह 04 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
कब है चतुर्थी तिथि?
पति की लंबी आयु और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए सुहागिन महिलाएं इस साल कार्तिक कृष्ण चतुर्थी करवा चौथ का व्रत रविवार 20 अक्तूबर को रखेंगी। करवा चौथ की चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर 2024 को सुबह 6:46 बजे से शुरू होगी और 21 अक्टूबर 2024 को सुबह 4:16 बजे समाप्त होगी।