पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार चल रही है। इसमें बीजेपी से दो डिप्टी सीएम हैं, एक सम्राट चौधरी और दूसरे विजय कुमार सिन्हा। सरकार में सबकुछ ठीक चल रहा है। इसके बावजूद बिहार की सियासत में सम्राट चौधरी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि राज्य के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी क्या अपना कार्यकाल पूरा कर पाएंगे? क्या नीतीश की NDA सरकार गिर जाएगी? बिहार की सियासत में उठ रहे इन सवालों का कनेक्शन सम्राट चौधरी के बंगले से जुड़ा है।
हालांकि सम्राट चौधरी ने विजयदशमी के दिन जब गृह प्रवेश किया तो वास्तु दोष के कारण अपने सरकारी बंगले का दक्षिण दिशा की ओर खुलने वाला दरवाजा अस्थायी रूप से बंद करा दिया।
पांच देश रत्न मार्ग वाले सरकारी बंगला में रहते हैं सम्राट चौधरी
विजयादशमी के दिन सम्राट चौधरी ने जब इस बंगले में गृह प्रवेश किया उस वक्त मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई बड़े नेता मौजूद थे। इस दौरान मीडिया ने जब सम्राट चौधरी से बंगले से जुड़े मिथक के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि बंगला कोई भी विवादित नहीं होता, उसमें रहने वाला होता है। बता दें, सम्राट चौधरी पांच देश रत्न मार्ग पर स्थित सरकारी बंगले में रह रहे हैं।
सम्राट चौधरी के सरकारी बंगले से जुड़ा है ये मिथक
दरअसल पांच देश रत्न मार्ग वाले इस सरकारी बंगले के बारे में कहा जाता है कि इस बंगले में जो भी रहता है, उसका कार्यकाल पूरा नहीं होता। पटना का 5 देश रत्न मार्ग पर स्थित ये सरकारी बंगला पहले बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का आवास हुआ करता था।
तेजस्वी से पहले यह बंगला बीजेपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद को मिला था। उस समय बिहार में एनडीए की सरकार थी। लेकिन, नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छोड़कर राजद से साथ चले गए और सरकार गिर गई।
क्या बंगले से जुड़ा मिथक तोड़ पाएंगे सम्राट चौधरी?
नीतीश ने 2022 में राजद के साथ सरकार बनाई और तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने। तेजस्वी यादव को उस वक्त पांच देश रत्न पर मौजूद ये सरकारी बंगला मिला था। इसके 17 महीने बाद ही तेजस्वी यादव का साथ छोड़कर नीतीश कुमार फिर बीजेपी के साथ चले गए और एक बार फिर सरकार बना ली।
इस दौरान न तो तारकिशोर प्रसाद अपना कार्यकाल पूरा कर पाए और न ही तेजस्वी यादव। अब देखना होगा कि क्या सम्राट चौधरी भी 5 देश रत्न मार्ग वाले बंगले से जुड़े मिथक को तोड़ पाते हैं या नहीं।