बिजनौर। पशु चरा रही छह वर्षीय बच्ची से शौचालय में दो किशोरों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने तीन बाल अपचारी के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर लिया है। मामला उप्र के बिजनौर जनपद का है।
पुलिस ने एक दस साल के किशोर को गिरफ्तार कर किशोर न्यायालय बोर्ड के सामने पेश किया, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। दूसरे किशोर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना पर हिंदू संगठनों ने आक्रोश जताया है।
कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला अपनी छह वर्षीय पुत्री के साथ कस्बे में बिजनौर मार्ग पर मंडी समिति के पास पशु चराने गई थी। महिला अपनी बच्ची को पशुओं के पास छोड़कर पास में ही दुकान पर चली गई।
तभी वहां मुस्लिम समुदाय के तीन किशोर आए। बच्ची को लोहा और कबाड़ बेचकर पैसे दिलाने का लालच देकर समिति में बने शौचालय में ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया।
लहूलुहान छोड़कर भाग गए आरोपित
बच्ची लहूलुहान हो गई और रोने पर आरोपित किशोर उसे मौके पर ही छोड़कर भाग गए। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर कुछ लोगों के साथ उसकी मां मौके पर पहुंच गई। मां ही बच्ची को चिकित्सक के यहां ले गई, जहां से उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची के स्वजन घर ले गए। बच्ची की मां की तहरीर पर गुरुवार देर रात एक आरोपित का नामजद करते हुए तीन बाल अपचारियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा में केस दर्ज कर लिया गया।
भेजा बाल सुधार गृह
पुलिस ने दस साल के एक बाल अपचारी को हिरासत में ले लिया। उसके किशोर न्यायालय बोर्ड के सामने पेश किया गया, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
शुक्रवार की शाम 15 वर्षीय किशोर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। तीसरे आरोपित की तलाश की जा रही है। सीओ भरत सोनकर ने बताया कि सभी के खिलाफ दुष्कर्म की धारा में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
हिंदू संगठनों ने जताया विरोध
मामला अलग-अलग संप्रदाय का होने के कारण हिंदू संगठनों ने रोष जताया। राष्ट्रीय हिंदू सेना के नेता ऋषि त्यागी संगठन कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे और प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार से मिलकर घटना में कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि आरोपितों ने बच्ची को अगवा कर घटना को अंजाम दिया है। आरोपितों पर सख्त कार्रवाई होनी चहिए।