नई दिल्ली। शरद पवार बनाम अजित पवार के बीच चुनावी चिन्ह घड़ी विवाद को लेकर आज एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जवल भुईयां की पीठ ने की।
कोर्ट में शरद पवार गुट ने अजित पवार गुट पर आरोप लगाया है कि पार्टी ने अखबारों में घड़ी चुनाव चिन्ह पर कोर्ट के आदेशानुसार डिस्क्लेमर देने में लापरवाही की है। इसके बाद कोर्ट ने अखबार पेश करने के लिए कहा।
जब कोर्ट रूम में ट्रंप का हुआ जिक्र
अखबार देखते हुए जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि एक डिस्क्लेमर तो डोनाल्ड ट्रंप की फोटो के ठीक नीचे ही है। इस पर शरद पवार की ओर से पेश वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि शुक्र है, उन्होंने यहां से पर्चा नहीं भरा। अभिषेक मनु सिंघवी की बात सुनकर जज भी मुस्कुराने लगे।
बता दें कि अजित पवार गुट को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावो में ‘घड़ी’ चिन्ह का उपयोग करने से रोकने की मांग की गई है। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि इस आदेश का उल्लंघन करना न्यायालय की अवमानना होगी। कोर्ट ने 36 घंटे का अल्टीमेटम भी जारी किया था।
शरद गुट ने क्या मांग की है?
शरद पवार गुट का मानना है कि पिछले 30 वर्षों से शरद पवार के साथ जुड़ा हुआ है और विपक्षी गुट इस चुनाव चिन्ह का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी का कहना है कि चुनाव चिन्ह लंबे समय से शरद पवार के साथ है, इसलिए मतदाताओं में भ्रम की स्थिति है, इसलिए शरद पवार गुट को ही ‘घड़ी’ चुनाव चिन्ह दिया जाना चाहिए।