नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो जाएगा। 25 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के इस विशेष सेशन में पांच नए विधेयक, विवादास्पद वक्फ (संशोधन) विधेयक सहित दस बिल पारित हो सकते हैं।
शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से 20 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र में सबसे ज्यादा नजर वक्फ बिल पर होगी जिसपर JPC की बैठक में काफी हंगामा पहले ही हो चुका है। आज भी इसे लेकर बैठक होनी है।
संसद में कौन-कौन से बिल पेश होंगे?
मोदी सरकार ने केवल पांच नए बिल सूचीबद्ध किए हैं जिनमें तटीय शिपिंग विधेयक(Coastal Shipping Bill) भी शामिल है। यह तटीय व्यापार को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय सुरक्षा और व्यावसायिक जरूरतों के लिए भारतीय नागरिकों के स्वामित्व और संचालित भारतीय ध्वज वाले जहाजों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना चाहता है।
इसके साथ भारतीय बंदरगाह विधेयक, 2024 भी संसद में लाया जाएगा, जिसका उद्देश्य भारत के अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों और वैधानिक अनुपालन के अनुरूप बंदरगाहों के संरक्षण,साथ ही बंदरगाहों पर सुरक्षा और प्रदूषण नियंत्रण के उपायों का प्रावधान करना है।
सबकी नजर वक्फ बिल पर
जिस बिल पर ससंद के शीतकलीन सत्र में सबसे ज्यादा नजर होगी, वह है वक्फ बिल। सरकार चाहेगी कि इसी सत्र में इसे पास करा लिया जाए। सरकार ने बिल को सूचीबद्ध किया है,जिसकी वर्तमान में संसद की संयुक्त समिति की ओर से विचार और पारित के लिए समीक्षा की जा रही है।
समिति के विपक्षी सदस्य बिल का अध्ययन करने के लिए अधिक समय चाहते हैं और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को भाजपा सांसद जगदंबिका पाल के नेतृत्व वाली समिति की तीव्र गति के खिलाफ पत्र लिखा है। समिति अब तक 27 बैठकें कर चुकी है,जो इंगित करता है कि समिति सर्दियों के सत्र में अपनी रिपोर्ट संसद को सौंपने के लिए उत्सुक है।