बेरूत/वॉशिंगटन। बीते एक साल से ज्यादा समय से इस्राइल और हमास के बीच जंग जारी हैं। वहीं, अब इस युद्ध की लपटें लेबनान और ईरान तक पहुंच चुकी हैं। इस बीच, एक बार फिर हमले तेज हो गए हैं।
इस्राइली हमले में सोमवार को दक्षिण बेरूत तबाह हो गया। अधिकारियों ने दावा किया है कि यहां 31 लोगों मारे गए हैं। हालांकि, इन सबके बीच अमेरिका का कहना है कि इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच संघर्षविराम समझौता जल्द ही हो सकता है। यह काफी करीब है। बातचीत अभी भी जारी है।
इन जगहों पर किया हमला
इस्राइली सेना ने सोमवार दोपहर कहा कि उसने लेबनान में हिजबुल्ला से जुड़े लगभग 25 ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें नबातियेह, बालबेक, बेका घाटी और दक्षिणी बेरूत और शहर के बाहरी इलाके शामिल हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में राजधानी के दक्षिणी उपनगरों में धुएं के गुबार दिखाई दे रहे हैं।
लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (NANA) ने सोमवार शाम को दक्षिण बेरूत में इस्राइली हमलों की चौथी लहर की जानकारी देते हुए कहा, ‘दुश्मन के लड़ाकू विमानों ने हेरेट हरिक और शिया जिलों पर हमले शुरू किए।’
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे युद्ध विराम प्रयासों के बावजूद सप्ताहांत में इलाके में भारी छापेमारी के बाद ये हमले किए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शनिवार तड़के मध्य बेरूत के घनी आबादी वाले बस्ता इलाके में हुए घातक हमले में कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई।
हमले में कम से कम 31 की मौत
इस्राइली सेना ने सोमवार को कहा कि उसने वहां हिजबुल्ला कमांड सेंटर पर हमला किया था, हालांकि ईरान समर्थित समूह के एक अधिकारी ने उन रिपोर्टों से इनकार किया कि एक वरिष्ठ सदस्य को निशाना बनाया गया था।
मीडिया रिपोर्ट में मुख्य दक्षिणी शहरों के कुछ हिस्सों के लिए इस्राइल द्वारा निकासी चेतावनी जारी करने के बाद टायर और नबातियेह पर इस्राइल के हमलों की सूचना दी। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सोमवार को इस्राइली हमलों में कम से कम 31 लोग मारे गए।
‘हिजबुल्ला और इस्राइल के बीच संघर्षविराम समझौता करीब’
अमेरिका का मानना है कि इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच संघर्षविराम समझौता ‘करीब’ है, लेकिन बातचीत अभी भी जारी है।राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, ‘हमारा मानना है कि हम इस प्वॉइंट पर पहुंच गए हैं, जहां हम करीब हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि समझौता बहुत सकारात्मक दिशा में जा रहा है, लेकिन जब तक सब कुछ नहीं हो जाता तब तक कुछ भी नहीं किया जाएगा, जब तक सब कुछ पर बातचीत नहीं हो जाती तब तक कुछ भी बातचीत नहीं की जाएगी।’
उन्होंने आगे कहा कि किसी भी समझौते के बारे में पुष्टि करना गैर जिम्मेदाराना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं करना चाहते, जिससे बन रहे अवसर डगमगा जाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन संघर्षविराम वार्ता पर बहुत करीब से निगरानी रख रहे हैं और वह अमेरिकी दूत अमोस होक्स्टीन के सीधे संपर्क में हैं, जिन्होंने पिछले सप्ताह क्षेत्र का दौरा किया था।
किर्बी ने सऊदी मीडिया में आई उन खबरों की पुष्टि नहीं की कि बाइडन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मंगलवार को एक समझौते की घोषणा करने वाले थे, केवल इतना कहा कि दोनों नेताओं ने पिछले सप्ताह इस्राइल-हिजबुल्ला संघर्ष पर बात की थी।