बस्ती। उप्र के बस्ती जनपद में हैवानियत से आहत किशोर के आत्महत्या किए जाने के प्रकरण में पहली कार्रवाई प्रभारी निरीक्षक दीपक दुबे पर हुई है। अन्य भी कार्रवाई की जद में हैं। प्रथम दृष्टया लापरवाही मानते हुए मंगलवार को पुलिस अधीक्षक गोपालकृष्ण चौधरी ने कप्तानगंज थाने के एसएचओ को निलंबित कर दिया है।
प्रकरण की जांच सीओ हर्रैया संजय सिंह को सौंपी गई है। किशोर के साथ अमानवीय व्यवहार करने वाले नामजद चारों आरोपितों में तीन नाबालिग को बाल संप्रेक्षक गृह में भेजा गया है।
मालूम हो कि मनबढ़ों की दरिंदगी और क्रूरता ने 10वीं के छात्र को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। बस्ती के कप्तानगंज स्थित ननिहाल में रहने वाले 15 वर्षीय किशोर को धोखे से लड़की के बर्थडे पार्टी में बुलाया गया।
पहले उसे निर्वस्त्र कर पीटा फिर मूत्र पिलाया। इस घिनौनी घटना का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी दी। सहमे छात्र ने घर आकर मामा को जानकारी दी।
क्या है पूरा मामला?
मामा की शिकायत पर पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की फिर छोड़ दिया। इस घटना से आहत छात्र ने सोमवार की सुबह कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी थी।
संतकबीरनगर के बेलहर का रहने वाला किशोर बस्ती के कप्तानगंज क्षेत्र के कोइलपुरा गांव स्थित ननिहाल में रहता था। वह मरहा, कटया स्थित इंटर कालेज में 10वीं का छात्र था। ननिहाल के गांव की लड़की से उसकी दोस्ती थी। लड़की के घर वाले इसका विरोध करते थे।
छात्र के मामा ने पुलिस को बताया कि 20 दिसंबर की रात भांजे को गांव के ही एक परिवार ने लड़की की जन्मदिन पार्टी में बुलाया। यहां चार-पांच लोगों ने लाठी-डंडे और लात-जूतों से उसकी पिटाई की।
उसके साथ क्रूरता की हदें पार की गईं। घटना के बारे में बताने पर वीडियो प्रसारित करने की धमकी भी दी। 21 दिसंबर को कप्तानगंज थाने पर शिकायत की तो पुलिस ने तीन युवकों से पूछताछ की।
घटना के बाद आत्मग्लानि से आहत किशोर ने सोमवार की सुबह 11 बजे कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। ननिहाल के लोग छात्र का शव लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर लौटा दिया था।
बस्ती पुलिस अधीक्षक गोपालकृष्ण चौधरी ने बताया आदित्य को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। प्रथम दृष्टया कप्तानगंज पुलिस की लापरवाही पाए पर तत्काल प्रभाव से प्रभारी निरीक्षक दीपक दुबे को निलंबित कर दिया गया है। समूचे प्रकरण की जांच सीओ हर्रैया संजय सिंह दे दी गई।