चंदौसी। उप्र के संभल की जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा पेश किए जाने के बाद दो बार किए गए सर्वे की रिपोर्ट तीन जनवरी तक अदालत में पेश कर दी जाएगी। एडवोकेट कमिश्नर का कहना है कि रिपोर्ट लगभग तैयार है। इसे एक दो दिन में फाइनल कर लिया जाएगा, इसके बाद कोर्ट में पेश की जाएगी।
पिछले महीने 19 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा आठ लोगों की ओर से सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन द्वारा सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में पेश किया गया था। दावा पेश किए जाने के बाद उसी दिन अधिवक्ता रमेश सिंह राघव को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त करते हुए सर्वे कराने के आदेश किए गए थे।
शाम को एडवोकेट कमिश्नर के साथ दोनों पक्षों के लोग अधिवक्ताओं के साथ मस्जिद पहुंचे और वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कराई गई। लगातार बढ़ रही भीड़ और अंधेरा होने के कारण सर्वे कार्य बंद कर दिया गया।
हिंसा में चार लोगों की हो गई थी मौत
इसके बाद 24 नवंबर की सुबह सर्वे शुरू किया गया। इसके विरोध में भीड़ हिंसक हो गई और उपद्रवियों ने पथराव, फायरिंग, तोड़फोड़ व आगजनी शुरू कर दी थी। इस हिंसा में चार लोग मारे गए, जबकि एसपी समेत डेढ़ दर्जन लोग घायल हुए थे।
कोर्ट ने सर्वे रिपोर्ट पेश करने के लिए 29 नवंबर की तारीख दी थी, लेकिन एडवोकेट कमिश्नर ने दस दिन का समय मांग लिया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रकरण में निचली अदालत में छह जनवरी तक के लिए सुनवाई पर रोक लगाते हुए जामा मस्जिद कमेटी को हाईकोर्ट में अपील दायर करने को कहा था।
कोर्ट से 15 दिन का मांगा था समय
इधर, दस दिन का समय पूरा होने के बाद एडवोकेट कमिश्नर की ओर से फिर 15 दिन का समय सर्वे रिपोर्ट पेश करने के लिए मांगा था। अब यह समय अवधि भी निकल चुकी है। रमेश सिंह राघव का कहना है कि वह दो या तीन जनवरी को सर्वे रिपोर्ट अदालत में पेश कर देंगे।