नई दिल्ली। सुपरस्टार नागार्जुन ने अन्नपूर्णा स्टूडियो के 50 साल पूरे होने पर सिनेमा जगत को एक नया तोहफा दिया है। वह अपने स्टूडियो में भारत का पहला डॉल्बी विजन लाए हैं, जिसका अनावरण एसएस राजामौली ने किया है।
अन्नपूर्णा स्टूडियोज में डॉल्बी सर्टिफाइड पोस्ट प्रोडक्शन फैसिलिटी लॉन्च के इस अवसर पर आरआरआर और बाहुबली जैसी फिल्में बनाने वाले एसएस राजामौली ने डॉल्बी विजन को लेकर अपनी भावनाएं भी व्यक्त की हैं और बताया है कि उन्होंने आरआरआर फिल्म के लिए भी इस टैक्निक का इस्तेमाल कैसे किया था।
आरआरआर में भी इस्तेमाल हुआ था डॉल्बी विजन
राजामौली ने कहा, “आरआरआर के वक्त जब हम फिल्म को डॉल्बी विजन में ग्रेड करना चाहते थे तो हमें जर्मनी तक की यात्रा करनी पड़ी। यह थोड़ा निराशाजनक था कि मैं अपने देश में डॉल्बी विजन में अपनी फिल्म का अनुभव नहीं कर सका लेकिन आज मैं अन्नपूर्णा स्टूडियो में डॉल्बी विजन ग्रेडिंग सुविधा देखकर रोमांचित हूं।”
क्या डॉल्बी विजन की खासियत?
एसएस राजामौली ने आगे कहा, “इससे भी ज्यादा रोमांचक बात यह है कि जब तक मेरी अगली फिल्म रिलीज होगी, तब तक पूरे भारत में कई डॉल्बी सिनेमा होंगे।
डॉल्बी विजन में फिल्म देखना एक बिल्कुल अलग अनुभव है, क्रिस्टल-क्लियर क्लैरिटी और जिस तरह से यह हर फ्रेम की बारीकियों को बढ़ाता है, वह कहानी को बिल्कुल नए स्तर पर ले जाता है। मैं दर्शकों को इसका अनुभव कराने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।”
दूसरी ओर अन्नपूर्णा स्टूडियो के फेस और वाइस प्रेसिडेंट नागार्जुन ने लॉन्च इवेंट में डॉल्बी विजन को लाने पर अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे ही हमेशा भारतीय सिनेमा में इनोवेशन लाते रहेंगे। मालूम हो कि पहली बार भारत में डॉल्बी विजन फैसिलिटी को लाया गया है। इससे फिल्मों की गुणवत्ता और भी बेहतर होगी।