नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी (शपा) प्रमुख शरद पवार द्वारा हाल ही में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की तारीफ किए जाने के बाद उन पर तंज कसा। सीएम फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि पवार ने RSS की प्रशंसा की, यह देखने के बाद कि कैसे संगठन 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष द्वारा फैलाए गए फर्जी नैरेटिव पर काबू पाने में कामयाब रहा।
सीएम फडणवीस के अनुसार, विपक्ष ने यह दावा किया था कि भाजपा संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने के लिए 400 सीटें जीतना चाहती है, लेकिन RSS ने इस गलत धारणा को खत्म कर दिया। हालांकि, बाद में भाजपा नेताओं ने इस नैरेटिव के बारे में दावा किया कि इससे पार्टी को कड़ी चोट पहुंची।
शरद पवार बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं
सीएम ने कहा कि शरद पवार साहब बहुत बुद्धिमान हैं। उन्होंने निश्चित रूप से इस पहलू का अध्ययन किया होगा। उन्होंने महसूस किया कि यह (RSS) एक नियमित राजनीतिक शक्ति नहीं बल्कि एक राष्ट्रवादी शक्ति है। किसी भी प्रतियोगिता में दूसरों की प्रशंसा करना अच्छा होता है। उन्होंने कहा कि शायद इसलिए पवार ने आरएसएस की तारीफ की होगी।
पीएम मोदी ने संविधानेतर अधिकारी की तरह व्यवहार करने के दिए थे निर्देश
नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम फडणवीस ने यह भी बताया कि जून 2022 में जब एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया, तब उन्हें संगठनात्मक कार्य के लिए कहा गया था, लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें सरकार में शामिल होने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे सरकार में एक संविधानेतर अधिकारी की तरह व्यवहार करने के लिए कहा था।
पीएम मोदी बहुत अनुशासित नेता हैं
फडणवीस से सवाल किया गया कि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह में से कौन अधिक सख्त हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, पीएम बहुत अनुशासित नेता हैं, जबकि शाह को कभी-कभी राजनीतिक फैसले लेने के लिए राजी किया जा सकता है।
शिंदे ने जताई सहमति
इस दौरान फडणवीस ने कहा कि 2024 के विधानसभा चुनावों में अगर मुख्यमंत्री भाजपा से नहीं होता, तो पार्टी कार्यकर्ता खुश नहीं होते। उन्होंने कहा कि शिंदे ने खुद ही मिनटों में सहमति जताई कि सीएम भाजपा से होना चाहिए, जिसे खुद 132 सीटें मिली हैं और 288 सदस्यीय विधानसभा में वह बहुमत के करीब है।
ठाकरे से मुलाकात के बारे में भी बात की
सीएम फडणवीस ने नागपुर में विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि ठाकरे ने घोषणा की थी कि सीएम बनने के बाद वह बदले की राजनीति नहीं करेंगे। इस पर सभी नेताओं ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
मेरी पहचान भाजपा की वजह से
फडणवीस से पूछा गया कि क्या वह मुख्यमंत्री बनना पसंद करेंगे या भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि पार्टी द्वारा उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह उसे स्वीकार करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर मैं भाजपा में नहीं होता, तो कोई भी मुझे महत्व नहीं देता।
मुझे पता है कि अगर मैं अपनी पार्टी शुरू करता हूं, तो मैं और मेरे साथ के सभी लोग चुनाव में अपनी जमानत खो देंगे। मेरी पहचान भाजपा की वजह से है। अगर वह मुझे घर बैठने के लिए कहती है, तो मैं बिना किसी सवाल के ऐसा करूंगा।