लखनऊ। उन्हें न तो अच्छे से हिंदी आती थी और न ही संस्कृत, इसके बावजूद जैसे ही इटली की तीन महिलाओं ने सुर व ताल में …मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी, राम सियाराम सियाराम जय-जय राम…गाया तो मुख्यमंत्री आवास का माहौल भक्तिमय हो गया।
एक के बाद एक रामायण की चौपाई सुनाती चली गईं। इसके बाद इन महिलाओं ने शिव तांडव स्तोत्र व महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र गाया तो वहां मुख्यमंत्री ने भी हाथ जोड़कर इनका अभिनंदन किया। इटली से आए प्रतिनिधि मंडल ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की।
प्रयागराज से लौटीं इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री से महाकुंभ के अपने अनुभव भी साझा किए। इटली में ध्यान एवं योग सेंटर के संस्थापक एवं प्रशिक्षक माही गुरु के नेतृत्व में उनके अनुयायियों ने रविवार को मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट की।
भारतीय परंपराओं को गहराई से किया अनुभव
प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करके लौटे दल ने बताया कि उन्होंने भारतीय परंपराओं को गहराई से अनुभव किया। प्रतिनिधि मंडल की महिलाओं ने महाकुंभ में नागा साधुओं, भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा बनकर आध्यात्मिक अनुभव हासिल किया।
सीएम योगी ने कहा- बहुत खूब
महिलाओं ने बताया कि महाकुंभ का आयोजन न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपराओं और आध्यात्मिकता का जीवंत प्रदर्शन भी है। महिलाओं ने कहा कि भारतीय संस्कृति की गहराई और इसकी आध्यात्मिकता ने उन्हें बहुत प्रभावित किया है। मुख्यमंत्री ने भी ‘बहुत खूब’ कहकर इस दल की तारीफ की।
फ्रांस की मरियम अब कामाख्या गिरि, इटली की बंकिया शिवानी भारती
बता दें, सनातन धर्म के मोहपाश में आबद्ध हो तीन विदेशी महिलाएं भी रविवार को नागा संन्यासिनी बन गईं और माया-मोह से मुक्त होकर जीवन अखाड़े को समर्पित कर दिया। इन महिलाओं में फ्रांस के कोग्नाक टाउन की मरियम, इटली के वेनिस शहर की बंकिया और नेपाल की मोक्षता राय हैं।
श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा ने तीनों को विधि-विधान से संन्यास की दीक्षा दी। उन्हें गंगा स्नान के बाद श्वेत वस्त्र धारण करके मुंडन कराया, फिर पिंडदान करके संन्यासिनी घोषित किया। नया नाम मिलने पर सभी ने भगवा धारण किया।
मरियम निजी स्कूल में शिक्षिका थीं, जबकि बंकिया योग सिखाती हैं। संन्यास लेने के बाद मरियम को नया नाम कामाख्या गिरि मिला है। वहीं, बंकिया अब शिवानी भारती बन गई हैं। इसी प्रकार नेपाल की मोक्षिता राय को मोक्षता गिरि नाम मिला है।