लखनऊ। लखनऊ के वृंदावन कॉलोनी में वकील गिरिजा शंकर ने लिवइन पार्टनर गीता शर्मा की हत्या करने के बाद सफारी को बनने के लिए दिया था। इसके बाद होटल में आराम करने गया था। यह जानकारी रविवार को एडीसीपी पूर्वी पंकज कुमार सिंह ने दी। जांच के बाद आरोपित को जेल भेज दिया गया है।
एडीसीपी पूर्वी ने बताया कि आरोपित गिरिजा शंकर रायबरेली के अकबरपुर कछवाहा का रहने वाला है। उसने पूछताछ में बताया कि गुरुवार को वह काफी देर तक गाड़ी से युवती को घुमाता रहा फिर देर रात डिफेंस एक्सपो ग्राउंड के पास ले जाकर गाड़ी से नीचे उतार दिया।
युवती जब तक कुछ समझ पाती तब तक उसके ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। मौत की पुष्टि के लिए उस पर दोबारा गाड़ी चढ़ा दी। इसके बाद रायबरेली जाकर होटल में आराम किया।
शादी का बना रही थी दबाव
गिरिजा शंकर ने बताया कि गीता उस पर शादी का दबाव बना रही थी, लेकिन वह शादी नहीं करना चाहता था। रुपयों की भी मांग करती थी। युवती पर अवैध संबंधों का शक भी था। वहीं, एडीसीपी ने बताया कि गीता की मौत की सूचना भी गिरिजा शंकर ने ही दी थी।
दूसरी कार से लखनऊ लौटने पर हुआ शक
गीता के भाई लालचंद ने बताया कि गिरिजा शंकर ने सफारी को बनने के लिए गैराज में छोड़ दिया था। गीता की मौत के बाद वह सभी को स्कॉर्पियो से लेकर लखनऊ आया। उसके ऐसा करने पर संदेह गहरा गया कि वह अपनी सफारी से उन्हें लेकर क्यों नहीं आया।
इसी कड़ी को लेकर पुलिस ने भी पड़ताल शुरू कर दी थी। पुलिस जांच में सामने आया कि सफारी से गीता को रौंदने के बाद वह गाड़ी को गैराज बनने के लिए छोड़ आया था। इसके बाद उसने दूसरी गाड़ी का इस्तेमाल किया था।