वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड अवैध आव्रजन (इलीगल इमिग्रेशन) पर सख्ती से कार्रवाई कर रहे हैं। ट्रंप प्रशासन मैक्सिको के साथ दक्षिणी सीमा पर अपराधियों को चिह्नित कर रही है, जो बिना किसी कागजात के देश में दाखिल हुए हैं।
अमेरिका में करीब 20,000 से अधिक भारतीय हैं, जो बिना किसी कागजात के अमेरिका में मौजूद हैं। आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका इन लोगों को भारत भेजने की प्लानिंग कर रहा है। भारत सरकार भी इस मामले पर ट्रंप प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहती है।
अवैध प्रवासियों का हम विरोध करते हैं: जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि हमारी सरकार हमेशा बिना दस्तावेज वाले भारतीयों की उनके देश में वैध वापसी के लिए तैयार है। हालांकि, बिना कागजात के अमेरिका में कितने लोग मौजूद हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं है।
जयशंकर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि भारतीयों की प्रतिभा दुनिया दुनिया देखे। हम चाहते हैं कि प्रतिभाशाली भारतीय वैश्विक मंचों पर अपनी प्रतिभा दिखाएं, लेकिन अवैध प्रवासन का हम विरोध करते हैं।
जयशंकर ने कहा, “अगर हमारा कोई नागरिक अवैध रूप से वहां है, और अगर हमें यकीन है कि वे हमारे नागरिक हैं, तो हम हमेशा उनकी वैध भारत वापसी के लिए तैयार हैं।”
अमेरिका में मौजूद लाखों भारतीयों की बढ़ी चिंता
अमेरिका में लगभग 1,80,000 भारतीय मौजूद हैं, जिनके पास कोई कागजात नहीं है या अपने वीजा अवधि से अधिक समय तक रुके हुए हैं। इस मामले पर हम अमेरिका के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।
हालांकि, उन्हें अमेरिका द्वारा वीजा देने पर देरी का मामला भी उठाया। जयशंकर ने कहा कि अगर कोई देश किसी व्यक्ति को वीजा देने के लिए 400 से भी ज्यादा दिनों तक इंतजार करवाता है तो यह सही नहीं है।
20 हजार भारतीयों की हो सकती है घर वापसी
अमेरिकी प्रशासन की ओर से तैयार दस्तावेजों के अनुसार अमेरिका में लगभग 18 हजार ऐसे भारतीय हैं जिनके पास अमेरिका में रहने के लिए पर्याप्त वैध दस्तावेज नहीं हैं।
US इमिग्रेशन एंड कस्टम एनफोर्समेंट (USICE) के आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2024 तक 20407 लोग ऐसे थे जिन्हें अमेरिका ‘बगैर दस्तावेजों’ अथवा ‘अधूरे दस्तावेजों’ के बताता है।