नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोलंबिया पर व्यापार शुल्क लगा दिया है। इसकी वजह से सोमवार को भारतीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई।
निफ्टी 50 इंडेक्स 152.05 अंक या 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,940.15 पर खुला, जबकि बीएसई सेंसेक्स 490.03 अंक या 0.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75,700.43 पर खुला।
ट्रंप ने कोलंबिया पर क्यों लगाया आयात शुल्क?
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान ‘अवैध प्रवासियों’ को वापस भेजने का वादा किया था। इसी कड़ी में दो अमेरिकी सैन्य विमान कोलंबिया के निर्वासित अप्रवासियों को वापस लेकर गए थे।
कोलंबिया सरकार ने विमानों को उतरने की इजाजत देने से इनकार कर दिया। इसके बाद ट्रंप ने कोलंबिया से आयात होने वाली चीजों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का एलान कर दिया।
अब कोलंबिया ने होंडुरास से अप्रवासियों को ले जाने के लिए अपने राष्ट्रपति विमान का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है। हालांकि, बाजार की मिजाज अब खराब हो चुका है और निवेशकों का जोर बिकवाली पर है।
अमेरिकी टैरिफ पर क्या है एक्सपर्ट की राय
शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिका-कोलंबिया गतिरोध के दौरान टैरिफ और वीजा एक्सेस का ट्रंप प्रशासन ने ‘हथियार’ की तरह इस्तेमाल किया है। इससे दुनिया भर के बाजारों में कोहराम मच गया है।
हालांकि अमेरिका-कोलंबिया के बीच व्यापार दूसरे देशों के मुकाबले कम है। लेकिन मेक्सिको, कनाडा, यूरोप और चीन सहित अन्य अमेरिकी व्यापार भागीदार टैरिफ से जुड़े संभावित खतरे के चलते अस्थिर रहे।
बैंकिंग और मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने बताया, “भारतीय वायदा बाजार कमजोर है। अगर कोलंबियाई टैरिफ मुद्दे का कोई भी बेहतर समाधान होता है, तो बाजार में आखिरी घंटों में कुछ रिकवरी देखने को मिल सकती है।
मेक्सिको और कनाडा पर ट्रंप टैरिफ के लिए 1 फरवरी की सप्ताहांत की समय सीमा के करीब आने के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। अब भारत में यूनियन बजट 2025 से पहले किसी भी रैली की उम्मीद काफी कम हो गई है।’