संभल। विनियमित क्षेत्र की ओर से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को दिए गए नोटिस के मामले में जवाब देने का आज गुरुवार तक का समय है। अगर, संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो प्रशासन अगली कार्रवाई करेगा। बता दें कि पहले हिंसा भड़काने को लेकर सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।
फिर छह महीने पहले गाड़ी से हुए हादसे की दोबारा जांच शुरू कराई गई। बिजली चोरी में मुकदमा दर्ज कराए जाने के साथ ही 1.91 करोड़ का जुर्माना तय किया गया था। इसके साथ ही बिना नक्शा पास कराए बनाया जा रहा सांसद का मकान प्रशासन की नजर में आया और पांच दिसंबर को पहला नोटिस जारी किया गया था।
30 जनवरी तक दिया गया था समय
इसमें 12 दिसंबर को अवधि पूरी होने पर सांसद की ओर से अधिवक्ता ने एक महीने का समय मांगा गया था, लेकिन 14 दिसंबर को दूसरा नोटिस जारी कर दिया गया। 15 दिन की अवधि वाले इस नोटिस का समय भी 27 दिसंबर को पूरा हो गया।
फिर 16 जनवरी तक का समय दिया गया था और 23 जनवरी तक का समय तय किया गया था। फिर सांसद के अधिवक्ता मोहम्मद नईम वकालतनामा न्यायालय में दाखिल कर साक्ष्य संकलन के लिए और समय मांगा था। जिसके बाद 30 जनवरी तक का समय दिया गया था।
एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि अब 30 जनवरी तक का समय दिया गया है। 29 जनवरी तक कोई जवाब नहीं आया था। अब 30 जनवरी का दिन बचा है। उधर, इस मामले में सांसद के अधिवक्ता ने आपत्ति लगााई थी कि जिस मकान की बात चल रही है। वो, मकान सांसद का नहीं बल्कि उनके दादा के नाम पर है।
बिजली विभाग को सांसद के जवाब का इंतजार
बिजली चेकिंग के दौरान सांसद के आवास पर बिजली चोरी का मामला सामने आया था। इस मामले में विभाग की ओर से उन्हें नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब विभाग को नहीं दिया गया। जबकि आज इसकी अंतिम तिथि होने के कारण विभाग अभी उनके जवाब का इंतजार कर रहा है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बिजली विभाग की ओर से चोरी रोकने के लिए सुबह और शाम को विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी अभियान के दौरान 19 दिसंबर को नगर के मुहल्ला दीपासराय निवासी सांसद जियाउर्रहमान बर्क के आवास पर जांच की गई थी, जिसमें बिजली चोरी का मामला सामने आया था।
ऐसे में विभाग ने 26 दिसंबर को उनके आवास पर लगे मीटर की जांच विभागीय लैब से कराई तो उसमें उनके मीटर के टैपर्ड होने की पुष्टि हुई थी, इस पर विभाग की ओर से सांसद को नोटिस जारी कर अपना जवाब देने के लिए कहा था।
विभाग की ओर से जारी किए गए नोटिस में जवाब देने के लिए 31 जनवरी अंतिम तिथि थी। अब 31 जनवरी को एक दिन शेष है, लेकिन उसके बाद भी सांसद द्वारा अपना कोई जवाब नहीं दिया गया है।
अब विभाग अंतिम दिन का इंतजार कर रहा है कि शायद आखिरी दिन उनके द्वारा जवाब दाखिल किया जाए। विभाग की ओर से अधिशासी अभियंता नवीन गौतम ने बताया कि अंतिम दिन शेष है। ऐसे में अंतिम दिन की स्थिति को देखने के बाद ही आगे की कार्रवाई बाद में की जाएगी।