नई दिल्ली। संसद के बजट के सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी चर्चा में हिस्सा लिया। उन्होंने सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में कुछ भी नया नहीं था। उसमें हर चीज वह थी, जो हम सब कई बार सुन चुके हैं।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान जो कुछ भी कहा जा रहा था, उस पर ध्यान बनाए रखने के लिए मुझे संघर्ष करना पड़ा। ऐसा इसलिए, क्योंकि मैंने पिछली बार भी कुछ ऐसा ही सुना था।
उससे पहले भी लगभग इसी तरह का अभिभाषण सुना था। यह सरकार के कार्यों की एक ही सूची थी। इस सरकार ने लगभग 50-100 काम ही किए होंगे। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति का अभिभाषण ऐसा नहीं होना चाहिए था, जैसा दिया गया।
उन्होंने कहा कि भले ही हम बढ़े हैं, हम तेजी से बढ़े हैं, थोड़ी धीमी गति से बढ़ रहे हैं, लेकिन हम बढ़ रहे हैं। एक सार्वभौमिक समस्या, जिसका हमने सामना किया है, वह है बेरोजगारी।
हम बेरोजगारी की समस्या से निपटने में सक्षम नहीं हैं। न तो यूपीए सरकार और न ही आज की एनडीए सरकार ने इस देश के युवाओं को रोजगार के बारे में कोई स्पष्ट जवाब दिया है।
दुनिया के बदलावों पर सरकार सजग नहीं
राहुल गांधी ने कहा कि दुनिया के बदलावों पर सरकार सजग नहीं है। चीन भारत से 10 साल आगे है, बैट्री, मोटर, ऑप्टिक से। राष्ट्रपति के अभिभाषण में युवाओं के लिए क्या था।
जब हम अमेरिका की बात करते हैं तो हम अपने विदेश मंत्री को अपने पीएम को विदेशी मुद्दे पर बुलाने के लिए अमेरिका नहीं भेजते हैं। हम उन्हें ये जाकर नहीं कहते कि हमारे पीएम को बुलाइए। अगर हमारे पास प्रोडक्शन सिस्टम होता तो हम उनको मजबूर करते कि वो आकर हमारे पीएम को बुलाते।
ईवी और इंजन से लड़ा जा रहा है यूक्रेन में युद्ध
राहुल गांधी ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध लड़ा जा रहा है, ईवी और इंजन से है। इलेक्ट्रिक मोटर ड्रोन में है, इंजन टैंक में है। देखिए आज यूक्रेन में क्या हो रहा है टैंक का खात्मा हो रहा है लेकिन ड्रोन कमाल कर रहा है।
ड्रोन पूरे टैंक को ध्वस्त कर रहा है। ड्रोन इलेक्ट्रिक मोटर है, ये बैट्री है। इलेक्ट्रिक कार और रोबॉट्स भी इलेक्ट्रिक मोटर है। चार तरह की तकनीक पूरी दुनिया को ड्राइव कर रही है, इलेक्ट्रिक मोटर, बैट्री, ऑप्टिकस, AI
दुनिया आज पूरी तरह से बदल रही है
राहुल गांधी ने कहा कि दुनिया आज पूरी तरह से बदल रही है। बदलाव जो हो रहा है कि दुनिया ईवी की तरफ बढ़ रही है, हम पेट्रोल से बैट्री की तरफ जा रहे हैं। सोलर और न्यूक्लियर एनर्जी की तरफ जा रहे हैं।
ये बदलाव वॉर फेयर, एजुकेशन समेत हर जगह बदल रहा है। आखिरी बार हमने कंप्यूटर क्रांति देखी थी। कांग्रेस सरकार ने सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट पर ध्यान दिया था। मुझे याद है कि उस समय लोग हंस रहे थे। वाजपेयी ने भी कहा था कि कंप्यूटर का भारत में कोई भविष्य नहीं है।
भारत में उत्पादन पर जोर देने की जरूरत
राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में होना ये चाहिए कि हम प्रोडक्शन के क्षेत्र में ज्यादा बढ़ावा देंगे। बेरोजगारी के कारण सोशल प्रॉब्लम हो रहे हैं।
सरकारें बेरोजगारों की नहीं सुनती। आप देख लीजिए आज कितने लोग जेल में है। भारत में उत्पादन पर जोर देने की जरूरत है। देश में बेरोजगारी जस की तस बनी हुई है।
ये फोन मेड इन इंडिया नहीं, ऐसेंबल इन इंडिया है
राहुल गांधी ने कहा कि कौन सी कंपनियां हैं जो कंजप्शन कर रही हैं। रिलायंस कर रही है, अडानी कर रही है। ऊबर ऐसा कर रही है, लेकिन हम बतौर देश असफल हैं कंजप्शन को बढ़ाने में।
महिंद्रा, बजाज टाटा भी प्रोडक्शन कर रही है। दरअसल, हमने प्रोडक्शन चीन को दे दिया। ये फोन मेड इन इंडिया नहीं है, ऐसेंबल इन इंडिया है, इस फोन में सारे सामान चीन के हैं।
मेक इन इंडिया अच्छा आइडिया लेकिन…
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मेक इन इंडिया एक अच्छा आइडिया है। मैं पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना नहीं करा रहा हूं। मैं नहीं कहूंगा कि प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने मेक इन इंडिया को सफल बनाने के लिए प्रयास नहीं किया, लेकिन वो इसमें असफल रहे। कोई भी देश दो चीजों को बढ़ावा देता है। कंजप्शन और प्रोडक्शन। मैनिफैक्चरिंग को बढ़ावा देना ज्यादा जरूरी है। उदाहरण के लिए कृषि भी यही है।