कायरो। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा पट्टी को लेकर एक बयान दिया है, जिसकी वजह से मिडिल ईस्ट में खलबली मच गई है। मंगलवार को व्हाइट हाउस में इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ एक ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ट्रंप ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो अमेरिका गाजा पट्टी पर कब्जा कर लेगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका गाजा पट्टी के इलाके में अपनी सैनिकों को तैनात करेगा। गाजा पट्टी पर अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी का मतलब ‘लॉन्ग टर्म ओनरशिप पोजिशन’ है।
उन्होंने कहा ऐसा होने से मिडिल ईस्ट में स्थिरता और शांति आएगी। ट्रंप ने दावा किया है कि हम गाजा पट्टी में मौजूद बम और हथियार हैं, जिसे नष्ट किया जाएगा।
हमास ने ट्रंप के बयान को बताया बेतुका
ट्रंप के बयान पर हमास के अधिकारी सामी अबू ज़ुहरी ने कहा कि गाजा पट्टी पर कब्जा करने के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी “हास्यास्पद” और “बेतुका” है। अमेरिका के इस फैसले से मिडिल ईस्ट में अस्थिरता आएगी।
अबू जुहरी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, “गाजा को लेकर ट्रंप ने जो कहा है वो हास्यास्पद और बेतुका है और इस तरह का कोई भी विचार क्षेत्र में अशांति लाएगी।”
ट्रंप से मिले नेतन्याहू
फिलहाल गाजा पट्टी में हमास और इजरायल के बीच संघर्ष रुक गया है। वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलकात की है। ट्रंप ने नेतन्याहू का व्हाइट हाउस में स्वागत किया। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच हमास के साथ संघर्ष विराम पर महत्वपूर्ण वार्ता हुई।
इसके बाद ट्रंप ने नेतन्याहू के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका गाजा पट्टी पर कब्जा कर लेगा और हम भी इसके साथ काम करेंगे। हम गाजा का विकास करेंगे और हमारा यहां हमारा मालिकाना अधिकार होगा।