लापता इंस्पेक्टर अनुज कुमार की गुत्थी लगातार उलझ रही है। जिला पुलिस ने हाईकोर्ट मेंं जवाब दाखिल कर माना है कि दाऊद खां स्टेशन के पास ट्रैक पर मिला शव अनुज का हो सकता है। इसी क्रम में शव के सुरक्षित डीएनए नमूनों का अनुज के परिवार से डीएनए मिलान कराया जाएगा। जिसके लिए अनुज की मां व भाई को नोटिस जारी कर बुलाया गया है। वहीं अनुज की मां के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट में तथ्य रखा है कि उसे एक दरोगा व सिपाही अपने साथ ले गए थे।
गाजियाबाद कविनगर की अवंतिका कॉलोनी के इंस्पेक्टर अनुज कुमार यहां पुलिस लाइन में तैनात थे। परिवार के साथ महुआखेड़ा की प्रभात नगर कॉलोनी में किराये पर रहते थे। विभागीय लापरवाही व गैरहाजिर रहने की शिकायत पर उन्हें सीओ के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया। मगर उन्होंने फोन पर ही असंतोषजनक जवाब दिया। इसके बाद 17 सितंबर की रात अनुज घर से गायब हो गए।
वहीं 18 सितंबर को उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके बाद उनकी मां सुशीला ने यहां पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। बेटे के गायब होने की शिकायत दी। बाद में हाईकोर्ट में रिट दाखिल कर दी। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी मुकदमा दर्ज करने के साथ-साथ अनुज की सूचना देने पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। इधर, मां की ओर से यह तथ्य रखा गया कि वह शायद निलंबन के डर से गायब है। इस आधार पर अनुज को 4 दिसंबर को बहाल भी कर दिया गया।
प्रकरण में हमारे स्तर से हर संभव प्रयास अनुज की खोज के किए जा रहे हैं। इसी प्रयास में दाऊद खां पर मिला शव अनुज के होने का अंदेशा है। इसी आधार पर डीएनए मिलान के प्रयास हो रहे हैं। मगर अभी अनुज के मां व भाई आए नहीं हैं। उनसे संपर्क किया जा रहा है।-नीरज जादौन, एसएसपी

