बरेली के भुता थाना क्षेत्र में धर्मांतरण गैंग के आरोपी महमूद बेग को पुलिस ने पांच दिन की कस्टडी रिमांड की अवधि पूरी होने पर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। इस मामले के चार अन्य आरोपी पहले से ही जेल में है। महमूद की निशानदेही पर पुलिस ने उसके ठिकाने से धर्मांतरण से संबंधित पुस्तकें, पैन कार्ड, आधार कार्ड, प्रभात उपाध्याय का कन्वर्जन सर्टिफिकेट बरामद किया है।
भुता थाने के प्रभारी निरीक्षक रविंद्र कुमार ने बताया कि पिछले दिनों अलीगढ़ के महुआ खेड़ा थाने के इंद्रपुरी की अखिलेश कुमारी के बेटे प्रभात उपाध्याय को शादी का प्रलोभन देकर उसका धर्मांतरण कराया गया। उसका नया नाम हामिद रखा गया। प्रभात के काफी दिनों से लापता होने के कारण परिजनों ने उसकी खोजबीन की तो उसके धर्मांतरण की जानकारी हुई। प्रभात ग्राम फैजनगर के एक मकान में चल रहे मदरसे में धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के मौलाना अब्दुल माजिद, आरिफ, सलमान और फहीम के साथ मिला।
परिजनों ने पुलिस से शिकायत की तो धर्मांतरण कराने वालों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। प्रभात की मां अखिलेश कुमारी ने भुता थाने में पांचों आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कराया। पुलिस ने छापा मारकर धर्मांतरण गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने गन्ना उत्पादक डिग्री कॉलेज बहेड़ी के पास से पांच दिन पूर्व उसे गिरफ्तार किया। पुलिस ने महमूद से पूछताछ और केस से संबंधित साक्ष्य की बरामदगी के लिए अदालत की अनुमति से उसे पांच दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया था।