बरेली में कॉलोनाइजर मोहम्मद आरिफ पर पुलिस लगातार मेहरबान रही। शहर में बवाल के आरोपी मौलाना तौकीर रजा से उसके संबंधों को उजागर नहीं कर सकी। माफिया अशरफ के साले सद्दाम से भी आरिफ का नाम जुड़ा, लेकिन पुलिस उस पर शिकंजा नहीं कस पाई। बीडीए की टीम ने शनिवार को उसकी अवैध इमारतें ढहाईं तो पुलिस अफसर इस पर बयान देने से भी बचते रहे।
मोहम्मद आरिफ के खिलाफ पुलिस के रिकॉर्ड में काफी पुराने दो-तीन मुकदमे ही हैं। ये भी जमीन की खरीद-फरोख्त से संबंधित हैं। करीब ढाई साल तक प्रयागराज का माफिया अशरफ बरेली जेल में बंद रहा था। उन दिनों अशरफ के साले सद्दाम ने फाइक एन्क्लेव से सटे खुशबू एन्क्लेव में किराये का मकान लेकर बरेली में सिंडीकेट बनाया था।
दो साल पहले सद्दाम का राज खुला तो चर्चा रही कि आरिफ ने ही उसे संरक्षण दिया था। सद्दाम के साथ कॉलोनी विकसित करने का आरोप भी आरिफ पर लगा था। हालांकि, पुलिस आज तक आरिफ और सद्दाम के जुड़ाव की तस्दीक कर उस पर शिकंजा नहीं कस पाई। सद्दाम व उसके गैंग पर कार्रवाई से आरिफ पूरी तरह बाहर रहा।

