बरेली शहर के हालात जल्द से जल्द सामान्य करने की कोशिश की जाएगी। इसके लिए शहरभर के उलमा एक साथ बैठेंगे। इसके बाद देश के अन्य जगहों के उलमा से भी बातचीत का सिलसिला शुरू किया जाएगा। ताकि शहर और मुल्क के हालात अच्छे बने रहें। ये बातें नबीर-ए-आला हजरत मौलाना तौसीफ रजा खां ने कहीं।
मौलाना तौसीफ ने मुस्लिम युवाओं से अपील की है कि वे धरना-प्रदर्शन, सड़कों पर शोरशराबा या नारेबाजी न करें। खासतौर से शुक्रवार को नमाज के दौरान ध्यान रखें कि इस तरह की कोई बात न हो। लोग नमाज पढ़ने जाएं और घरों को वापस हो जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिमों पर पत्थरबाज होने का आरोप लग रहा है। लिहाजा उन्हें चाहिए कि वह अपने ऊपर लग रहे इल्जाम को हटाने का प्रयास करें। इधर-उधर की बातों को छोड़ कर अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान दें।
मौलाना ने कहा कि कोशिश की जा रही है कि जो मदरसे बंद हुए हैं वह खुलें। मस्जिदों के इमाम कहीं न जाएं। प्रशासनिक अधिकारियों से बात हुई है। अपनी मांगों को उनके सामने रखा है, काफी आश्वासन मिला है। उम्मीद है जल्द ही स्थिति सामान्य होगी।

