हरियाणा के भिवानी जिले में शिक्षिका हत्याकांड मामले में तूल पकड़ा हुआ है। इस बीच हरियाणा के गृह सचिव ने हरियाणा के भिवानी और चरखी दादरी जिलों के अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं, बल्क एसएमएस और मोबाइल नेटवर्क पर उपलब्ध सभी डोंगल सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया है। यह आदेश भिवानी और चरखी दादरी जिलों के अधिकार क्षेत्र में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए जारी किया गया है और 21 अगस्त की सुबह 11 बजे तक यह नियम लागू रहेगा।
महिला आयोग ने की टिप्पणी
बता दें कि हरियाणा के भिवानी में महिला शिक्षिका की मौत को लेकर कल छात्रों ने लघु सचिवालय के सामने प्रदर्शन किया। सड़क पर उतरे छात्रों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया और मनीषा के लिए न्याय की मांग करते हुए कहा कि पुलिस कर्मचारियों के सस्पेंशन से काम नहीं चलेगा। उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा देने की मांग की। इस मामले हरियाणा महिला आयोग ने भी दुख जताया है। राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि पिछले तीन-चार दिन से यह मामला हत्या और शोषण का सामने उभर कर आ रहा था, लेकिन कल से इस मामले में नया मोड़ आया है। मनीषा के बैग से सुसाइड नोट मिलने के बाद यह सवाल खड़ा होता है कि यह आत्महत्या है या हत्या।
क्या है मामला?
बता दें कि बीते दिनों ‘प्लेस्कूल’ की 19 वर्षीय शिक्षिका मनीषा का शव 13 अगस्त को भिवानी जिले के सिंघानी गांव के एक खेत में मिला था। उसकी गला काटकर हत्या की गई थी। उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस पर मामले में शिकायत दर्ज करने में देरी करने का आरोप लगाया और हत्यारे की गिरफ्तारी होने तक उसका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। मनीषा 11 अगस्त को स्कूल से निकलकर पास के एक नर्सिंग कॉलेज में गई थी, लेकिन वह घर नहीं लौटी। कांग्रेस महासचिव और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि इस हत्या ने पूरे देश को झकझोरकर रख दिया है। उन्होंने एक बयान में कहा, “पुलिस ने यह कहकर मामले को टाल दिया कि ‘लड़की भाग गई होगी, वह खुद ही वापस आ जाएगी।’ अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती, तो शायद मनीषा आज जिंदा होती।”