मध्य प्रदेश के आईएएस संतोष वर्मा के बयान पर विवाद गहरा गया है। मध्य प्रदेश के 65 ब्राह्मण संगठन एकजुट होकर विरोध कर रहे हैं। ये सभी लोग 14 तारीख को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। इन संगठन के नेताओं का कहना है कि सोमवार के बाद नई रणनीति तय होगी। ब्राह्मण समाज संयुक्त मोर्चे ने सीएम आवास का घेराव करने का ऐलान किया है। ब्राह्मण नेता आईएएस संतोष शर्मा के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
क्या है मामला?
23 नवंबर को भोपाल के अंबेडकर मैदान में अजाक्स के प्रांतीय अधिवेशन के दौरान संतोष वर्मा को प्रांताध्यक्ष चुना गया था। इस दौरान आरक्षण को लेकर चर्चा करते हुए उन्होंने विवादास्पद टिप्पणी की थी, “एक परिवार में एक व्यक्ति को आरक्षण तब तक देना चाहिए, जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता।” उनके इस बयान के बाद पूरे प्रदेश और यहां तक कि बिहार विधानसभा तक में विरोध प्रदर्शन हुए।
सात दिन के अंदर मांगा गया जवाब?
लगातार विरोध प्रदर्शन के चलते 26 नवंबर को आईएएस वर्मा को नोटिस जारी किया गया, जिसमें कहा गया था, “आपके द्वारा ऐसी टिप्पणी करना प्रथम दृष्टया सामाजिक समरसता को ठेस पहुंचाने एवं आपसी वैमनस्यता उत्पन्न करने वाला प्रयास प्रतीत होता है, जो अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन तथा अपील) नियम, 1969 के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही के तहत आता है इसका उत्तर 7 दिन के अंदर दें।”
ब्राह्मण संगठनों में आक्रोश
आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई न होने से ब्राह्मण संगठन नाराज हैं। लगातार विरोध प्रदर्शन के अलावा सोशल मीडिया पर भी संतोष वर्मा के खिलाफ कैंपेन चलाए जा रहे हैं। इस बीच सभी ब्राह्मण संगठन एकजुट हुए हैं और सीएम आवास घेरने की बात कही है। इस बीच संतोष वर्मा का एक और बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने ब्राह्मण संगठनों का विरोध करते हुए कहा था, “कितने संतोष वर्मा को तुम मारोगे, कितने को जलाओगे, आपके पास इतनी ताकत नहीं कि हर संतोष वर्मा को जला सको।” उन्होंने आगे कहा, “अब हर घर से एक संतोष वर्मा निकलेगा।”

