नर्सिंग होम में संचालक के इंजेक्शन लगाने के बाद बच्ची को कई घंटे बाद होश नहीं आ सका। बेहोश होने के करीब पांच घंटे बाद उसकी मौत हो गई। संचालक नर्सिंग होम छोड़कर भाग निकला। परिजनों ने नर्सिंग होम के संचालक पर झोलाछाप होने का आरोप लगाया है। किशनपुर थाना क्षेत्र के भीकमपुर गांव निवासी रामबाबू निषाद ने बताया कि पुत्री पारुल निषाद (06) की बुधवार रात अचानक बुखार आने से हालत बिगड़ गई थी।
सुबह करीब पांच बजे वह बच्ची को लेकर रक्षपालपुर स्थित सिंह नर्सिंग होम पहुंचा। नर्सिंग होम संचालक ने बच्ची को इंजेक्शन लगाया। उसके बाद घर भेज दिया और बोला कि तीन घंटे बाद होश आ जाएगा। तीन घंटे बाद होश न आने पर परिजनों ने संचालक से संपर्क किया। उसने दो घंटे बाद होश आने की बात कही। दो घंटे बीतने के बाद भी होश न आने पर संचालक ने नर्सिंग होम बुलाया। वह लोग सुबह 10 बजे नर्सिंग होम पहुंचे। जहां संचालक नहीं था। दूसरे कर्मी ने बच्ची को कहीं और दिखाने की बात कही। नर्सिंग होम के गेट पर ही बच्ची की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। बाकी कर्मी भी नर्सिंग होम से भाग निकले। हादसे से मां संतरानी देवी का हाल बेहाल हो गया। थानाध्यक्ष विद्या प्रकाश सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए शव भेजा गया है। सीएमओ डॉ. राजीव नयन गिरि ने बताया कि प्रकरण की जांच के लिए विजयीपुर एमओआईसी को भेजा गया है।

