लखनऊ। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर एक बार फिर इंडियन एयरफोर्स के फाइटर प्लेन उतरने जा रहे हैं। इसमें सुखोई, जगुआर और मिराज-17 समेत अन्य लड़ाकू विमान शामिल है। लैंडिंग रिहर्सल 6 अप्रैल को होगा, उसके बाद 7 अप्रैल को प्रदर्शन होगा। इसके चलते 2 अप्रैल से लेकर 11 अप्रैल तक बांगरमऊ उन्नाव की हवाई पट्टी के साढ़े तीन किलोमीटर तक के क्षेत्र को बंद कर दिया गया है। यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि यह रिहर्सल नए भारत की बढ़ती सैन्य क्षमता का प्रतीक है।
एयरफोर्स के लड़ाकू विमान के रिहर्सल को लेकर 2 अप्रैल की सुबह 8 बजे से लेकर 11 अप्रैल दोपहर 12 बजे तक आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के चैनेज (239.6 से 244.4) के बीच के ट्रैफिक को सर्विस रोड के माध्यम डायवर्ट किया गया है। वहीं यूपीडा के अधिकारियों की माने तो 6 और 7 अप्रैल को किसी भी वाहन को एक्सप्रेस-वे पर बांगरमऊ की सीमा में जाने की एंट्री नहीं मिलेगी। रिहर्सल और प्रदर्शन के मद्देनजर हवाई पट्टी वाले क्षेत्र को पूरी तरह से बंद रखा जाएगा।
6 अप्रैल को रिहर्सल
वहीं 6 अप्रैल को रिहर्सल से पहले यानी 5 अप्रैल तक हवाई पट्टी के एरिया को पानी से सफाई करने के साथ ही सारे काम पूरे कर लिए जाएंगे। उधर इंडियन एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों के रिहर्सल और प्रदर्शन को लेकर यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने पोस्ट कर लिखा भारतीय वायु सेना के शौर्य प्रदर्शन से गरज उठेगा आसमान।
सात साल बाद एक बार फिर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे की हवाई पट्टी पर सैन्य लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ की होगी रिहर्सल। यह रिहर्सल ‘नए भारत’ की बढ़ती सैन्य क्षमता का प्रतीक है।
बता दें, 6 और 7 अप्रैल को उन्नाव के बांगरमऊ में बनी हवाई पट्टी पर सुखोई, जगुआर, मिराज, एमआई 17, कैरियर एयरक्राफ्ट हरक्यूलिस सी समेत एक दर्जन से ज्यादा विमानों के एक्सप्रेस वे पर उतरने की संभावना है। इन लड़ाकू विमानों हवाई पट्टी पर उतारने के पीछे कारण आपातकालीन स्थिति में लड़ाकू विमानों की सफल लैंडिंग का अभ्यास बताया जा रहा है।
वहीं ऐसा तीसरी बार होने जा रहा है जब इंडियन एयरफोर्स के लड़ाकू विमान अभ्यास करने जा रहे हैं। इससे पहले 21 नवंबर 2016 को एक्सप्रेस वे के लोकार्पण के समय और दूसरा 24 अक्टूबर 2017 को उद्घाटन के समय लड़ाकू विमानों की लैंडिंग हुई थी।