आगरा के विजय नगर काॅलोनी स्थित त्रिवेणी क्रिस्टल अपार्टमेंट के चौथी मंजिल के फ्लैट में भीषण आग लग गई। इस आग में पूरा परिवार फंस गया। सूचना मिलते ही दमकलकर्मी मौके पर पहुंच गए। दमकल कर्मियों ने जांबाजी दिखाते हुए परिवार को बचा लिया।
आगरा के थाना हरीपर्वत क्षेत्र स्थित विजय नगर कॉलोनी में रविवार शाम चार बजे त्रिवेणी क्रिस्टल अपार्टमेंट की चौथी मंजिल पर प्राॅपर्टी डीलर राजीव अग्रवाल के फ्लैट में दीये की लाै से आग लग गई। फ्लैट में मौजूद प्राॅपर्टी डीलर की पत्नी, बेटा और बेटी आग की लपटों के बीच फंस गए। धुएं से सांस लेने में दिक्कत होने लगी। उन्होंने खिड़की से शोर मचाया। सूचना पर 15 मिनट में पहुंचे दमकलकर्मियों ने पांचवीं मंजिल की छत रस्सी डालकर फ्लैट की खिड़की तोड़कर अंदर प्रवेश किया। आग बुझाकर तीनों लोगों को सकुशल बचा लिया।
अपार्टमेंट की चौथी मंजिल पर बने फ्लैट नंबर 401 में प्राॅपर्टी डीलर राजीव अग्रवाल, उनकी पत्नी रंजना अग्रवाल (64), बेटा रजत (33) और बेटी मुस्कान (27) रहते हैं। राजीव अग्रवाल काम से गए थे। फ्लैट में पत्नी और बच्चे थे। बेटे रजत ने बताया कि ड्राइंग रूम के पास बने मंदिर में दीया जल रहा था। शाम करीब 4 बजे मंदिर से आग की लपटें निकलने लगीं। यह देखकर घबरा गए और शोर मचा दिया। आवाज सुनकर कमरे में सो रहीं मां आई बहन भी आ गईं। इतनी देर में आग की लपटें दरवाजे तक पहुंच गईं। दरवाजा अंदर से बंद था। इस कारण कोई भी बाहर नहीं निकल सका। कमरों में धुआं भरने की वजह से उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी।
उन्होंने खिड़की पर आकर चीखना शुरू कर दिया। फ्लैट के दरवाजे से ही लपटें उठ रही थीं। इस कारण कोई भी बचाने की हिम्मत नहीं कर सका। अपार्टमेंट की बिजली काट दी गई। सूचना के 15 मिनट बाद ही दमकलकर्मी पहुंच गए। धुआं भरने के कारण वे अंदर नहीं जा पा रहे थे। इस पर दमकलकर्मी पांचवीं मंजिल पर गए। प्राॅपर्टी डीलर के फ्लैट की खिड़की की तरफ रस्सी लटकाई गई।
फायरकर्मी रामकेश गुर्जर जांबाजी दिखाते हुए रस्सी के सहारे नीचे उतरे। खिड़की का शीशा तोड़कर अंदर प्रवेश कर गए। इसके बाद रस्सी भूतल पर खड़े दमकलकर्मियों को दी। पानी पाइप रस्सी से बांधकर खींचकर ऊपर तक लाए। बाद में एक और दमकलकर्मी पंकज आ गए। दोनों ने मिलकर फ्लैट के अगले हिस्से में लगी आग बुझाई। करीब आधे घंटे में आग बुझी और परिवार को बाहर निकाला।
दो धमाके हुए, धुएं से बचने के लिए जमीन पर लेटकर डाला पानी
रस्सी बांधकर फ्लैट में घुसे फायरकर्मी रामकेश और पंकज की हर कोई सराहना कर रहा था। रामकेश ने बताया कि फ्लैट में घुसना आसान नहीं था। इस कारण छत के सहारे प्रवेश किया। पानी के पाइप की मदद से जमीन पर लेटकर आग बुझाने लगे। इस दौरान दो बार धमाके भी हुए। 10 मिनट बाद मदद के लिए फायरमैन पंकज अंदर घुसे। दरवाजे की आग बुझते ही सामने से फायरमैन प्रवीण और देवकी अंदर पहुंचे। बदहवास परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला। रंजना अग्रवाल की धुएं से दम घुटने के कारण तबीयत बिगड़ने लगी तो उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। आग बुझाने के लिए संजय प्लेस के साथ-साथ ईदगाह और शास्त्रीपुरम से भी दमकलकर्मी और अधिकारी पहुंचे थे। आग लगने से सामान जल गया।
विधायक ने की तारीफ
हादसे की जानकारी पर विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल मौके पर पहुंच गए। परिवार के लोगों से बात की। इसके बाद रेस्क्यू करने वाले दमकलकर्मियों के साहस कि सराहना की। स्थानीय लोगों का कहना था कि जिस तरह पांचवीं मंजिल से फायरकर्मी रस्सी बांधकर लटकते हुए पहुंचे। उन्होंने ऐसा जांबाजी से भरा रेस्क्यू सिर्फ फिल्मों में ही देखा था।

