जुबीन गर्ग की मौत की जांच कर रही विशेष जांच टीम ने शुक्रवार को गुवाहाटी की एक अदालत में दायर आरोपपत्र में गायक के सचिव सिद्धार्थ शर्मा और महोत्सव आयोजक श्यामकानु महंत सहित चार आरोपियों पर हत्या का आरोप लगाया है। गर्ग के बैंड के सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृतप्रवा महंत पर भी हत्या का आरोप लगाया गया है। श्यामकानु महंत उत्तर पूर्व भारत महोत्सव के मुख्य आयोजक थे जिसमें गर्ग ने सिंगापुर में भाग लिया था, जहां 19 सितंबर को समुद्र में तैरते समय रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। गर्ग के चचेरे भाई और निलंबित असम पुलिस अधिकारी संदीपान गर्ग पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में दायर आरोप पत्र में गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है।
इस धारा के तहत दर्ज हुआ मामला
गायक के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) नंदेश्वर बोरा और प्रबीन बैश्य पर बीएनएस की धारा 31सी के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो उन्हें सौंपी गई धनराशि या संपत्ति के दुरुपयोग द्वारा आपराधिक विश्वासघात से संबंधित है। विशेष डीजीपी एम पी गुप्ता के नेतृत्व वाली एसआईटी ने अब तक गर्ग की मौत के सिलसिले में कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच के तहत 300 से अधिक गवाहों से भी पूछताछ की जा चुकी है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कोकराझार में पत्रकारों से कहा कि गर्ग की मौत के संबंध में असम की जनता से किया गया वादा विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा निर्धारित समय सीमा से पहले आरोप पत्र दाखिल करने के साथ पूरा हो गया है। सरमा ने कहा, ‘हमने जुबीन गर्ग को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी ली थी और एसआईटी द्वारा आज रिकॉर्ड समय में अदालत में आरोप पत्र दाखिल करने के साथ हमने इसे पूरा किया है।’
सीएम ने भी कही थी हत्या की बात
मुख्यमंत्री ने हाल ही में समाप्त हुए विधानसभा सत्र में दावा किया था कि गर्ग की मौत स्पष्ट रूप से हत्या थी। जुबीन की पत्नी गरिमा गर्ग ने विशेष जांच दल द्वारा दायर आरोप पत्र का स्वागत किया। गरिमा ने पत्रकारों से कहा, ‘जांच हमारे परिवार की ओर से आरोपियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू हुई थी। जांच उम्मीद के मुताबिक आगे बढ़ी, जिसके लिए हम जांच एजेंसी के बहुत आभारी हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि जांच के परिणाम जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप हैं और कहा, ‘अब सब कुछ न्यायिक प्रक्रिया पर निर्भर करता है, जिसके सुचारू रूप से चलने की हम आशा करते हैं। हमें अपने देश की न्यायपालिका पर भरोसा है और हम चाहते हैं कि दोषियों को उचित दंड मिले।’
दोषियों को मिले कठोर सजा:
जुबीन की पत्नी गरिमा ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने संकेत दिया है कि मुख्य न्यायाधीश से त्वरित अदालत चलाने का अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा, ‘हम भी चाहते हैं कि इस मामले का जल्द से जल्द समाधान हो। हमारा घर बिखर गया है और लोग बहुत परेशान हैं कि जुबीन गर्ग जैसे व्यक्ति की हत्या कैसे हो सकती है। पूरे असम की जनता चाहती है कि दोषियों को सजा मिले।’

