स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में यह भले ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नाम से दर्ज है लेकिन यहां जाकर अस्पताल जैसा कुछ नजर नहीं आता। एक कमरे में गाय बंधी हैं तो दूसरे कमरे में पुआल और भूसा भरा गया है। इतना ही नहीं यहां लोग चारपाई डालकर आराम करते नजर आ जाएंगे। चिकित्सक के कक्ष के बाहर एक रस्सी बांध रखी है जिस पर कपड़े सुखाए जाते हैं।
बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं की जीती जागती यह तस्वीर ब्लॉक बिजौली के गांव हरनोट भोजपुर के स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है। एक तरह से तबेला बना है अस्पताल। जिस कक्ष में चिकित्सक बैठते हैं उसकी हालत भी बेहद खराब है। बिजली की कोई व्यवस्था नहीं थी, इनवर्टर व पंखे खराब हैं। दीवारें भी टूटी हुई हैं, इनका प्लास्टर उखड़ चुका है।
अस्पताल में गंदगी रहती है। सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है। यहां पर डॉक्टरों की भी कमी है। मरीजों को भी इस गंदगी से बहुत परेशानी होती है। जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।-बृजेश निवासी हरनोट भोजपुर।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चहारदीवारी नहीं होने के कारण पशु अंदर घूमते रहते हैं। परिसर में बहुत गंदगी हो गई है। यहां आने वाले मरीज भी इससे खासे परेशान हैं।-ऋषिपाल सिंह निवासी हरनोट भोजपुर।
अस्पताल परिसर के कक्ष में किसी ग्रामीण ने चारा भर दिया था, जिसे खाली करा दिया गया है। पशु बांधने की जानकारी मिली है। ग्रामीणों से बात कर इसको रोका जाएगा। जल्द ही समाधान किया जाएगा। अस्पताल को स्वच्छ कर इसकी व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी।-नवीन कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी बिजौली।

