हाथरस जंक्शन के गांव महौ में शराब की दुकान के पास कैंटीन संचालित करने वाले युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। इस हमले में सामान खरीद रहे एक युवक के कंधे से गोली पार हो गई, जबकि दूसरा युवक छर्रा लगने से घायल हुआ। हमले में कैंटीन संचालक ने काउंटर के पीछे छिपकर जान बचाई। गोलियां खत्म होने पर हमलावर वहां से भाग गए। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है।
गांव बघराया के रहने वाले मोहित इस कैंटीन को चलाते हैं। गांव महौ के बाहर के स्थित शराब के ठेके के बगल में उनकी कैंटीन है। यहां पर देसी शराब, अंग्रेजी शराब और बियर की दुकानें आसपास हैं। यहां मोहित के अलावा उनके भाई सुरेंद्र व दुष्यंत भी बैठते हैं। घटना 14 दिसंबर शाम चार बजे की है। मोहित व दुष्यंत कैंटीन पर थे, तभी बोलेरो और स्विफ्ट कार व कुछ बाइकों पर पंद्रह से बीस लोग पहुंचे। वाहन से उतरते ही दुकान की ओर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। दोनों युवकों ने काउंटर के पीछे छिपकर अपनी जान बचाई। वहां मौजूद लोगों के अनुसार 10 से 12 राउंड फायरिंग हुई। कई लोगों के हाथ में हथियार थे।
दुकान पर सामान ले रहा अमित (22) निवासी मोहब्बतपुरा के पीछे से दाहिने कंधे में गोली लगी और पार हो गई। उसके साथ मौजूद भोला के छर्रा लगा। दोनों युवक वहीं गिर गए। बताते हैं कि गोलियां खत्म होने पर हमलावर जिस तेजी से आए थे, उसी रफ्तार से भाग निकले। बताते हैं कि कुछ दिनों पहले हुए झगड़े को लेकर यह हमला हुआ है।
ताबड़तोड़ चली गोलियों से वहां अफरा-तफरी मच गई। गोलियां चलने पर शराब के ठेके व कैंटीन पर मौजूद लोगों ने दौड़ लगा दी थी। घायल अमित को मोहित व उनके साथ के लोग जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से अमित को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। इधर सीओ सिकंदराराऊ जेएन अस्थाना व कोतवाली हाथरस जंक्शन एसओ ललित शर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। छानबीन में पुलिस को कारतूस के खाली खोल भी मिले। वहां मौजूद लोगों से भी घटना की जानकारी की गई।
कैंटीन संचालक पर हमले की बात सामने आई है, जिसमें एक युवक को गोली लगी है। पुलिस छानबीन में जुटी है। हमलावरों की तलाश की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पुराने झगड़े के कारण यह हमला हुआ है।-जेएन अस्थाना, सीओ सिकंदराराऊ

