राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे को एक चौंकाने वाली घटना बताया। अशोक गहलोत ने कहा कि वह दबाव में काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से राजस्थान के लोगों को बहुत धक्का लगा है। जगदीप धनखड़ ने सोमवार देर शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। आजादी के बाद उपराष्ट्रपति पद से यह पहला इस्तीफा है, जिसने पूरे देश में अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है। बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपति मुर्मू ने मंगलवार को धनखड़ का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
“बताए गए कारणों में सच्चाई नहीं” अशोक गहलोत ने कहा कि इस्तीफे के लिए बताए गए कारणों में किसी को भी सच्चाई नजर नहीं आ रही है। उन्होंने इस घटना के समय पर भी सवाल उठाए, विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे के बीच। गहलोत ने कहा, “यह घटना पूरे देश को चौंकाने वाली है, इसमें कोई दोराय नहीं है।”
“राजस्थान वालों को बहुत धक्का लगा है” उन्होंने कहा, “आजादी के बाद से उपराष्ट्रपति के पद पर कोई इस्तीफा अब तक नहीं हुआ है, ऐसा पहली बार हुआ है। जगदीप धनखड़ राजस्थान से हैं, इसलिए राजस्थान वासियों को बहुत धक्का लगा है। वो किसानों के मुद्दों को संसद के भीतर और बाहर लगातार उठाते रहे थे। हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्री की आलोचना भी की थी और 10 जुलाई को कहा था कि वह 2027 तक सेवानिवृत्त हो जाएंगे।”
“दबाव में काम कर रहे थे” गहलोत ने 10 दिन पहले जोधपुर में दिए अपने बयान को भी दोहराया, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्यसभा के सभापति और लोकसभा अध्यक्ष दोनों राजस्थान से हैं और दोनों दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उनका जो सेंस था, धनखड़ साहब के इस्तीफे से सिद्ध हो गया। उन्होंने कहा, “कई बार प्रधानमंत्री या राष्ट्रपित हों, ओपन हार्ट सर्जरी भी हुई है, तब भी इस्तीफे किसी के नहीं हुए हैं।”
अशोक गहलोत ने कहा कि जगदीप धनखड़ ने बाद में किसी भी तरह के दबाव में होने से इंकार किया था। गहलोत ने कहा कि इस इस्तीफे के पीछे की असली बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) या भारतीय जनता पार्टी (BJP) ही जानती होगी, या प्रधानमंत्री को पता होगा। उन्होंने कहा कि इस चौंकाने वाली घटना की सच्चाई तो आने वाले वक्त में ही सामने आएगी। गहलोत ने धनखड़ के परिवार के साथ अपने 50 साल पुराने संबंधों का भी जिक्र किया और उनके इस्तीफे पर दुख व्यक्त किया।