पारा कम होने से गले में सूजन, खराश और जुकाम-खांसी के मरीज बढ़ गए हैं। पानी कम पीने से नमी की कमी के कारण त्वचा रोग के मरीज भी दोगुना हो गए हैं। सबसे ज्यादा सोरायसिस परेशान कर रही है।
त्वचा रोग विभागाध्यक्ष डॉ. यतेंद्र चाहर ने बताया कि ओपीडी में रोजाना 350 से अधिक मरीज आ रहे हैं। सर्दी में पानी कम पीने से त्वचा में नमी प्रभावित होती है। इसके कारण त्वचा खुश्क होने से सोरायसिस हो रही है। कई मरीजों के परेशानी ज्यादा है। 30 फीसदी ऐसे ही मरीज हैं। 50 फीसदी मरीजों में खुजली, बाल टूटने और डैंड्रफ की दिक्कत मिल रही है।
इनको दवा देने के साथ ही बचाव की जानकारी दे रहे हैं। एसएन के ईएनटी रोग विभाग के डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि ओपीडी में करीब 250 मरीज आ रहे हैं। इसमें गले में खराश-सूजन से दर्द हो रहा है। खांसी और खराश के साथ जुकाम भी मिल रहा है। इनमें बच्चों की संख्या अधिक है। ईएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक मित्तल ने बताया कि ठंड लगने से गले में संक्रमण हो रहा है। इससे खानेे, पीने और निगलने में परेशानी हो रही है। इससे बच्चे चिड़चिड़े भी हो रहे हैं।
इन बातों का रखें ध्यान:
– दो से तीन लीटर गुनगुना पानी पीएं।
– दिन में दो बार माइश्चराइजर-नारियल का तेल लगाएं।
– हरी तरकारी, मौसमी फल खाएं। पौष्टिक भोजन लें।
– बच्चों को ठंड से बचाएं, बेवजह बाहर जाने से बचें।
– खराश में गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर गरारे करें।

