‘बुड्ढी के रोल नहीं करूंगी..’ 77 की उम्र में भी मां का किरदार नहीं निभाना चाहतीं मुमताज, कमबैक के लिए रखी शर्त

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‘बुड्ढी के रोल नहीं करूंगी..’ 77 की उम्र में भी मां का किरदार नहीं निभाना चाहतीं मुमताज, कमबैक के लिए र

दिग्गज अभिनेत्री मुमताज 60-70 के दशक की पॉपुलर अभिनेत्रियों में से रही हैं, जिन्होंने अपने करियर में कई हिट फिल्में दीं। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने मनोज कुमार से लेकर जीतेंद्र जैसे सुपरस्टार्स के साथ काम किया। लेकिन, 60 के दशक के बाद मुमताज बड़े पर्दे से पूरी तरह गायब हो गईं। हालांकि, 2010 की डॉक्यूड्रामा ‘1 ए मिनट’ में वह कैमियो करती नजर आई थीं। इस बीच मुमताज इन दिनों अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। मुमताज ने हाल ही में अपनी वापसी को लेकर बात की और बताया कि वह बड़े पर्दे पर मां के रोल नहीं निभाना चाहतीं।

उम्रदराज महिला के रोल निभाने में मुमताज को आपत्ति मुमताज ने इंस्टेंट बॉलीवुड से बातचीत में सिल्वर स्क्रीन पर अपने कमबैक को लेकर बात की और नाराजगी जताई। उनका कहना है कि उन्हें मां के किरदार ऑफर किए जाते हैं, लेकिन वह बड़े पर्दे पर बुड्ढी के रोल नहीं निभाएंगी। मुमताज के अनुसार, वह वैसे ही रोल करना चाहती हैं, जैसी वह असल जिंदगी में दिखती हैं। 77 साल की मुमताज के इस बयान की अब काफी चर्चा हो रही है। यानी मुमताज का कहना है कि अगर उन्हें सही कहानी और रोल मिलता है, तो वह जरूर फिल्मों में वापसी करेंगी। लेकिन, अगर उन्हें उम्रदराज महिला या फिर स्टीरियोटाइप किरदार ऑफर होते हैं तो वह ये किरदार निभाने के लिए तैयार नहीं हैं।

सिल्वर स्क्रीन पर वापसी को लेकर क्या बोलीं मुमताज?

मुमताज ने बॉलीवुड में वापसी पर बात करते हुए कहा- ‘मैं अभी फिल्मों में… देखिए, मैं बुड्ढी-वुड्ढी के रोल नहीं करने वाली हूं। मैं जैसी लगती हूं, वैसा रोल मुझे अभी ऑफर नहीं हुआ है। जैसी दिखती हूं, अगर वैसा ही रोल ऑफर होता है तो सोचूंगी। मैं अपने लुक के हिसाब से फिल्में करना चाहती हूं। बस इतनी सी ही बात है। मुझे वैसा ऑफर नहीं मिला, जैसा मुझे चाहिए। मैं किसी की मां का रोल नहीं करने वाली हूं।’

मुमताज की आखिरी फिल्म

आपको बता दें कि मुमताज आखिरी बार 1990 में रिलीज हुई फिल्म ‘आंधियां’ में नजर आई थीं। ये आखिरी फिल्म थी, जिसमें उन्होंने फुल-टाइम रोल निभाया था। इसके बाद वह 2010 में डॉक्यूमेंट्री ‘1 ए मिनट’ में नजर आईं। मुमताज ने 1958 में रिलीज हुई फिल्म ‘सोने की चिड़िया’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। अपने करियर में उन्होंने ‘पत्थर के सनम’, ‘पति पत्नी’, ‘ब्रह्मचारी’, ‘जिगरी दोस्त’ और ‘राम और श्याम’ जैसी फिल्मों में काम किया है। उन्हें दो फिल्मफेयर पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

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