आईआईएम अहमदाबाद ने दुबई में अपना नया कैंपस शुरू किया है। गुरुवार को दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने नए कैंपस का उद्घाटन किया। भारत के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारतीय शिक्षा के वैश्वीकरण में यह बड़ी छलांग है। यह भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को दुनिया तक पहुंचाएगा। भारतीय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को बताया गया था कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 10-11 सितंबर को यूएई की यात्रा पर रहेंगे।
इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग को गहरा करना है। इस दौरान पहले विदेशी अटल इनक्यूबेशन सेंटर और आईआईएम अहमदाबाद के दुबई परिसर का उद्घाटन किया गया। इस यात्रा का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं की तलाश करना, शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचारों को बढ़ावा देना तथा दोनों देशों के छात्रों और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए साझेदारी के नए अवसर तलाशना है।
शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आईआईएम अहमदाबाद के दुबई कैंपस के उद्घाटन की जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, “दुबई के क्राउन प्रिंस, शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम द्वारा आईआईएम अहमदाबाद दुबई परिसर का उद्घाटन किया जाना हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है। यह माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की परिकल्पना के अनुरूप भारतीय शिक्षा के वैश्वीकरण की दिशा में एक और बड़ी छलांग है। आईआईएम अहमदाबाद दुबई परिसर भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को दुनिया तक पहुंचाएगा। दुबई ने आज आईआईएम अहमदाबाद अंतर्राष्ट्रीय परिसर की मेजबानी करके ‘भारतीय भावना, वैश्विक दृष्टिकोण’ के सिद्धांत को एक आदर्श मंच प्रदान किया है। भारत-यूएई ज्ञान सहयोग में एक गौरवशाली अध्याय जोड़ने के लिए शेख हमदान के प्रति आभार।”
आईआईटी दिल्ली के अबू धाबी कैंपस भी गए
इस यात्रा के दौरान, प्रधान शिक्षा, नवाचार और ज्ञान के आदान-प्रदान में साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए यूएई के प्रमुख नेताओं, मंत्रियों, नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और भारतीय तथा यूएई संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत हुई। बुधवार को, प्रधान ने अबू धाबी शिक्षा एवं ज्ञान विभाग की अध्यक्ष सारा मुसल्लम से मुलाकात की। उन्होंने आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी परिसर का भी दौरा किया।