भारत और इंग्लैंड के बीच जारी टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला है। अब तक तीन मैचों में से एक ही टीम इंडिया जीत पाई, वहीं दो मैच जीतकर इंग्लैंड की टीम सीरीज में बढ़त बना चुकी है। अगर भारतीय टीम को सीरीज जीतने के लिए दोनों मैच बैक टू बैक जीतने होंगे। सीरीज जीत की बात तो दूर की है, अगर भारतीय टीम मैनचेस्टर टेस्ट को जीतकर सीरीज बराबर भी कर लेती है तो ही करिश्मा हो जाएगा। ऐसा करने के लिए ही भारतीय टीम को करीब 47 साल पुराना इतिहास दोहराना होगा।
केवल दो ही बार टीम इंडिया ने किया है ये कमाल
भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज पांच मैचों की है, जो काफी लंबी होती है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक केवल दो ही बार ऐसा हुआ है, जब पांच मैचों की सीरीज के पहले तीन में से दो मैच हारकर भी भारतीय टीम ने सीरीज में बराबरी हासिल की हो। सबसे पहले बात करते हैं साल 1975 की। उस साल भारत और वेस्टइंडीज के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी। इस सीरीज के पहले तीन में से दो मैच टीम इंडिया हार चुकी थी, लेकिन चौथा मुकाबला जीतकर सीरीज में बराबरी हासिल करने में कायमाबी हासिल की थी।
सीरीज बराबर करने के बाद भी आखिरी मैच हारी टीम इंडिया
अब बात साल 1978 की। उस साल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज पहले तीन मैच जब हुए तो दो मुकाबले भारतीय टीम हार चुकी थी और एक में ही उसे जीत नसीब हुई। लेकिन इसके बाद फिर से भारतीय टीम ने चौथा मैच अपने नाम किया और सीरीज बराबरी पर लाकर खड़ी कर दी। बात चाहे साल 1975 की हो गया फिर साल 1978 की। भारतीय टीम ने चार मैचों के बाद सीरीज बराबरी पर तो ला दी, लेकिन आखिरी मैच हारकर सीरीज गवां दी। भारतीय टीम के टेस्ट इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ है कि जब पांच मैचों की सीरीज के तीन मैचों तक भारत ने दो मैच हारे हों और उसके बाद सीरीज भी जीतने में सफलता हासिल की है।
टीम इंडिया को करना होगा लाजवाब प्रदर्शन
भारतीय टीम अगर इस सीरीज को शुभमन गिल की कप्तानी में जीतने में कामयाब हो जाती है तो इतिहास रचा जाएगा। हालांकि ये काम बहुत मुश्किल है। टीम ने अब तक खेले गए तीन मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, हालांकि इसके बाद भी सीरीज में पीछे चल रही है। अब तो कई खिलाड़ी चोटिल भी हो गए हैं, ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या वही सिलसिला जारी रहेगा या फिर कुछ बदला हुआ दिखाई देगा। भारतीय टीम के लिए ये सीरीज काफी ज्यादा अहम है।