इंस्पेक्टर नरगिस खान और उसके परिवार पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा पंजीकृत होने के बाद गाजियाबाद के कविनगर थाने में सन 2021 व 2024 में दर्ज मुकदमों में भी इंस्पेक्टर के नामजद पति सुरेश यादव और भाई रउफ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। इंस्पेक्टर नरगिस खान के खिलाफ भी एंटी करप्शन ने सुबूत ढूंढने शुरू कर दिए हैं। इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी और उसकी संपत्ति भी जब्त हो सकती है।
2015-16 में मेरठ महिला थाना प्रभारी रही इंस्पेक्टर नरगिस खान का विवादों से पुराना नाता है। 30 साल पहले शराब कारोबारी सुरेश यादव से इंस्पेक्टर नरगिस खान ने शादी की। वह खुद को सपा नेता शिवपाल यादव का ओएसडी बताता था। दंपती ने अकूत संपत्ति अर्जित की।
गाजियाबाद के कविनगर थाने में छेड़छाड़, एससी-एसटी, धोखाधड़ी और जानलेवा हमले की धमकी के मामले में पति सुरेश यादव और नरगिस खान के भाई रऊफ के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हुए। मंगलवार रात में एंटी करप्शन ने प्राथमिक जांच के बाद इंस्पेक्टर नरगिस खान में मेरठ मेडिकल थाने में आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा पंजीकृत कराया था।
सपा सरकार में इंस्पेक्टर नरगिस अपना रौब चलाती थी और उसी के दम पर करीब 23 साल तक मेरठ जोन में अपनी पोस्टिंग काटी। फिलहाल वह शास्त्रीनगर ए-ब्लाक में रहती है। गढ़ रोड पर उनके पति का नंदनी बार बताया जाता है। इसके अलावा मेरठ सहित कई जनपदों में उनके पास करोड़ों की संपत्ति है।
आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज करने के बाद एंटी करप्शन ने इंस्पेक्टर और उसके परिवार का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया। मेरठ में पोस्टिंग के दौरान एक नाबालिग लड़की को गलत तरीके से सुपुर्द करने के मामले में एंटी करप्शन ने तहकीकात शुरू कर दी।