शहर के नवाबगंज, जूही, रायपुरवा, सचेंडी इलाके में 24 घंटे के भीतर महिला समेत चार लोगों ने फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस व फॉरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। नवाबगंज के गड़रियनपुरवा निवासी लिंटर ढलाई का काम करने वाले गंगाराम ने बताया कि आठ साल पहले उनकी शादी अमेठी के फुरसतगंज निवासी रेखा (28) से हुई थी। ढाई साल की बेटी आर्या है। शनिवार शाम गंगाराम के शराब पीकर घर आने पर रेखा से विवाद हो गया। इस पर देर रात रेखा ने पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। वहीं जूही थानाक्षेत्र के रत्तूपुरवा निवासी संजय कुमार (50) कुछ समय से टीबी की बीमारी से परेशान थे। परिवार में पत्नी रिंकी, बच्चे प्रांजल व प्रगति हैं। शनिवार दोपहर संजय ने पत्नी व बेटी को गणेश विसर्जन के लिए भेज दिया और बाद में फंदा लगा लिया।
वहीं रायपुरवा के कारवालोनगर निवासी राजेंद्र (45) कबाड़ी के यहां पन्नी छांटने का काम करते थे। बहन विनीता ने बताया कि वह काफी समय से मानसिक रूप से बीमार थे। देर रात खाना खाने के बाद राजेंद्र ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसी तरह सचेंडी थानाक्षेत्र के सुरार गांव निवासी नवाब सिंह (50) किसान थे। भतीजे सत्येंद्र ने बताया कि नवाब शराब के लती थे। 15 दिन पहले उन्होंने फंदा लगाकर जान देने का प्रयास किया था। नवाब को लटका देख परिजनों ने फंदे से उतारकर निजी अस्पताल में भर्ती कराया था जहां शनिवार देर रात डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।


 
			 
                                
                              
		 
		 
		