महाराजपुर थानाक्षेत्र के सरसौल रेलवे स्टेशन किनारे बंबुरिहा गांव में पति ने पारिवारिक कलह और पत्नी पर चरित्र के संदेह में हत्या करने के बाद खुद दुपट्टे के सहारे फंदे पर लटक जान दे दी। मृतक के छोटे भाई रामबाबू ने बताया कि बड़े भाई श्रीबाबू (35) का पहला विवाह 2009 में शाहपुर साढ़ क्षेत्र में ननकी के साथ हुआ था। पहली पत्नी कई वर्षों पहले छोड़कर किसी अन्य रिश्तेदार के साथ चली गई थी।
जिसके बाद श्रीबाबू अपने दो बेटियो ननकी तथा लली के साथ रहता था। 2018 मार्च में श्रीबाबू ने दूसरा विवाह शांति गौतम के साथ किया था। जानकारी के मुताबिक शांति ने भी अपने पहले पति को छोड़कर श्रीबाबू से विवाह किया था। जिनसे तीन बच्चे नित्या, अंकुश और अर्पित हुए। श्रीबाबू मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। परिजनों ने बताया कि करीब तीन माह पहले से एक अनजान व्यक्ति द्वारा फोन पर शांति से बात की जाती थी तथा वह उसी व्यक्ति के साथ जाने की जिद करते हुए आए दिन लड़ाई झगड़ा करती थी।
महीनों से चली आ रही पारिवारिक कलह ने बीती रात बड़ा रूप ले लिया। बेटी लली ने बताया कि मम्मी-पापा का झगड़ा हो रहा था जिसके बाद हम चारों लोग सो गए थे। सुबह जब जगे तो पापा घर के बाहर छत की धन्नी से लटके हुए थे तथा मम्मी नीचे चारपाई पर पड़ी थीं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फॉरेसिक टीम को बुलाकर जांच पड़ताल करते हुए साक्ष्य एकत्रित किए तथा दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

