महाराजपुर और नरवल क्षेत्र के गांवों में लगातार हो रहीं ताबड़तोड़ चोरियों से बाैखलाएं ग्रामीण अजनबियों को देखकर आक्रामक हो रहे हैं। सूरज ढलते ही हर शाम घरों के बाहर लगने वाली चौपाल अब सुरक्षा की चौकी बन रही है। दरअसल ग्रामीणों को पुलिस की कार्यप्रणाली पर अब बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। ग्रामीणों का मानना है कि चोरों ने जिन घरों से पूरा का पूरा माल साफ कर दिया उनके परिवारों का जीवन कैसे कटेगा। युवाओं की टोलियां रात में हाथों में लाठी-डंडे लेकर घरों की रखवाली करने के साथ गांवों के मुख्य मार्गों पर पहरा देने लगी हैं।
रिश्तेदारों को कर रहे सचेत, घर आएं तो दिन में
चोरी की वारदातों के बाद ग्रामीणों में दहशत का आलम इस कदर है कि वह नाते-रिश्तेदारों को भी सचेत कर रहे हैं। रिश्तेदारों से कह रहे है कि उनके यहां आना है तो दिन में आइए क्योंकि ग्रामीण रात में किसी भी बाहरी व्यक्ति को देख बिना सोचे समझे उनके साथ मारपीट भी कर देते हैं। गांव में फेरीवाला, कबाड़ी यहां तक की सब्जी बेचने वाले को भी शक की निगाहों से देखा जा रहा है।