लखनऊ। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़कों पर नमाज़ पढ़ने पर रोक लगाने के फैसले को सही बताते हुए कहा कि लोगों को महाकुंभ के दौरान प्रयागराज आए श्रद्धालुओं से अनुशासन सीखना चाहिए।
योगी ने कहा, “सड़कें चलने के लिए होती हैं और जो लोग ऐसा कह रहे हैं… उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए। प्रयागराज में 66 करोड़ लोग आए… कहीं लूटपाट नहीं हुई, कहीं आगजनी नहीं हुई, कहीं छेड़छाड़ नहीं हुई, कहीं तोड़फोड़ नहीं हुई, कहीं अपहरण नहीं हुआ, यही अनुशासन है, यही धार्मिक अनुशासन है।
वे श्रद्धा से आए, महास्नान में शामिल हुए और फिर अपने गंतव्य की ओर बढ़ गए। त्योहार और उत्सव या ऐसे कोई भी आयोजन बदतमीज़ी का माध्यम नहीं बनने चाहिए। अगर सुविधा चाहिए तो उस अनुशासन का पालन करना भी सीखिए।”
यूपी की जरूरत था बुलडोजर
सीएम योगी से पूछा गया कि क्या वह ‘बुलडोजर मॉडल’ को अपनी उपलब्धियों में से एक मानते हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “देखिए, यह कोई उपलब्धि नहीं है, यह यहां (उप्र) की जरूरत थी और उस जरूरत के लिए जो भी हमें जरूरी लगा, हमने किया।
आज भी अगर कहीं कोई अतिक्रमण है, तो उसे हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाता है। तो बुलडोजर बुनियादी ढांचा प्रदान करने के साथ-साथ अतिक्रमण भी हटा सकता है और मुझे लगता है कि हमने लोगों को इसका बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना सिखाया है।”
कांग्रेस सांसद ने क्या कहा?
सीएम योगी के इस बयान पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “हमें अनुशासन समझ में आ गया है। मैंने खुद लोगों से सड़कों पर नमाज न पढ़ने को कहा है। लेकिन उन्हें दूसरों को भी अनुशासन सिखाना चाहिए जो जुलूस निकालकर यातायात को बाधित करते हैं।”