मंच से की आकाश आनंद की तारीफ मायावती ने मंच से पार्टी नेता आकाश आनंद की तारीफ करते हुए कहा कि आकाश बसपा का जनाधार बढ़ाने के लिए मेरे दिशानिर्देशन में लगातार प्रयास कर रहे हैं। ये अच्छी बात है। जिसके कारण बसपा के समर्थकों का भी उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने समर्थकों से हर परिस्थिति में आकाश आनंद का समर्थन करने की अपील की।
कोई कसर नहीं छोडूंगी…
यूपी में पांचवी बार बनेगी बसपा की सरकार मायावती ने कहा कि इस रैली में अन्य दलों की तरह पैसे देकर लोग नहीं बुलाए गए हैं बल्कि अपनी खून-पसीने की कमाई खर्च कर आए हैं। इस रैली ने यहां पर हुई पहले सभी रैलियों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे लगता है कि 2027 में यूपी में एक बार फिर पूर्ण बहुमत से बसपा की सरकार बनेगी। उन्होंने वादा किया कि वह कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।
बसपा सरकार लाने के लिए छोटी-छोटी सभाएं करें समर्थक
मायावती ने कहा कि जातिवादी दल संविधान को बदलने की कोशिश करते रहते हैं लेकिन हम ऐसा नहीं करने देंगे। भले ही इसके लिए कितना भी संघर्ष करना पड़े। बसपा ही एक ऐसी पार्टी है जो बाबा साहेब के संविधान को सुरक्षित रख सकती है। उन्होंने 2027 में समर्थकों से यूपी में बसपा सरकार बनाने का आह्वान किया। कहा कि इसके लिए बसपा समर्थकों को बूथ स्तर पर छोटी-छोटी सभाएं कर बसपा के यूपी में चार बार रहे शासनकाल की उपलब्धियों को बताना है।
गठबंधन होने पर नहीं मिलता सहयोगी दलों का वोट
मायावती ने कहा कि यूपी में बसपा अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेगी क्योंकि गठबंधन करने पर बसपा का वोट तो सहयोगी दलों को मिल जाता है पर बसपा को उनका वोट नहीं मिलता है। बसपा ने यूपी में जब भी गठबंधन की सरकार बनाई तो सरकार कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई और पहले ही गिर गई। वहीं, जब पूर्ण बहुमत की सरकार बनीं तो सभी समाज के लोगों को विकास कार्य किए। इसलिए बसपा ने 2027 में भी अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
दलितों-पिछड़ों के खिलाफ बने कानून खत्म किए जाएंगे
मायावती ने कहा कि प्रदेश में बसपा की सरकार बनने पर उन सभी कानूनों को बदल दिया जाएगा जो कि दलितों-पिछड़ों के खिलाफ हैं। राज्य में सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की सोच वाली सरकार बनेगी। लोगों को अपनी रोजी-रोटी के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा।
सपा-कांग्रेस व भाजपा ने पदोन्नति में आरक्षण का विरोध किया
मायावती ने कहा कि इन दिनों कुछ लोग एक दूसरे के धर्म पर टिप्पणी कर बवाल कर रहे हैं। ऐसे मामलों में हमें बाबा साहेब के संविधान को मानते हुए सभी के धर्मों का सम्मान करना चाहिए और इसकी आड़ में राजनीति नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस और भाजपा ने पदोन्नति में आरक्षण का विरोध किया और दलितों व पिछड़ों को उनका हक नहीं दिया। सपा ने तो सदन में पदोन्नति में आरक्षण का बिल तक फाड़ दिया था और इन वर्गों के लोगों के साथ अन्याय हुआ। इन सभी दलों में आरक्षण का विरोध किया।
बिकाऊ लोगों को खरीदकर बसपा को कमजोर करने की हो रही साजिश
मायावती ने कहा कि 2007 में यूपी में पूर्ण बहुमत की बसपा की सरकार आने के बाद जातिवादी पार्टियों कांग्रेस, भाजपा व सपा ने षडयंत्र किया और बसपा को केंद्र की सत्ता तक नहीं पहुंचने दिया। रही सही कसर ईवीएम की मदद ली जबकि बैलेट पेपर से चुनाव हो सकते हैं। इन दलों ने अब दलित वोटों को बांटने के लिए बिकाऊ लोगों को खरीदकर बसपा को कमजोर करने की साजिश कर रही हैं।
‘हाथ में संविधान की कापी लेकर नाटकबाजी कर रहे हैं कांग्रेस के लोग’
मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने देश में इमर्जेंसी लगातार बाबासाहेब के संविधान का अपमान किया था और कभी भी उनका सम्मान नहीं किया और अब कांग्रेस के लोग हाथ में संविधान की कापी लेकर नाटकबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह सपा की सरकार में दलितों-पिछड़ों का उत्पीड़न हुआ है। इससे प्रदेश की कानून व्यवस्था भी चरमरा गई थी। सपा सरकार में गुंडों और अराजकतत्वों को संरक्षण दिया है।
भाजपा व कांग्रेस की सरकारों ने हमारी छवि धूमिल करने का प्रयास किया
मायावती ने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने कहा था कि दलितों-पिछड़ों को साथ मिलाकर सत्ता की मास्टर चाबी अपने हाथ में लेनी होगी। उनका ये सपना कांशीराम जी के जीते जी तो पूरा नहीं हो सका पर हमने पहले तीन बार मिलीजुली और फिर यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है। हमने दलितों और पिछड़ों के साथ ही समानतावादी विचारधारा रखने वाले समर्थकों को भी साथ लेकर कांशीराम जी का सपना पूरा किया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कांग्रेस व भाजपा की केंद्र की सरकारों ने सीबीआई और इंकम टैक्स की मदद से केस लगाकर हमारी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया। इसके लिए हमें माननीय कोर्ट की भी मदद लेनी पड़ी। हमने बसपा सरकार के दौरान सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की ऐसी सत्ता दी है जिसे अभी भी जनता नहीं भुला पाई है।
मायावती ने अपने भाषण के प्रारंभ में ही सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी मैंने सुना कि अखिलेश यादव ने सत्ता में आने पर कांशीराम का स्मारक बनाने की बात कही लेकिन जब सत्ता में थे तो कभी ऐसा नहीं किया। ये लोग जब सत्ता में नहीं होते हैं तो इन्हें बसपा के नेता और दलित समाज के संतों की याद आती है जब सत्ता में आते हैं तो कुछ नहीं याद रहता है। ऐसे दोगले लोगों से सावधान रहना चाहिए। बसपा की सरकार रहते हुए मैंने जिन स्मारकों का नाम कांशीराम जी के नाम पर रखा उन्हें सपा की सरकार आने पर बदल दिया गया।
यूपी की भाजपा सरकार का जताया आभार, कहा- सपा की तरह पैसा नहीं दबाया
मायावती ने अपना संबोधन शुरू करते हुए पार्टी संस्थापक कांशीराम को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने बड़ी संख्या में आए हुए कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। मायावती ने कहा कि बसपा सरकार में कांशीराम के सम्मान में स्मारक स्थल बनाया गया था। उन्होंने योगी सरकार का भी आभार जताया और कहा कि स्मारक के देखने आने वालों की टिकट से आया पैसा इस सरकार ने सपा की सरकार की तरह टिकट का पैसा दबाकर नहीं रखा। भाजपा सरकार ने ऐसा नहीं किया बल्कि स्मारक के रखरखाव के लिए खर्च किया।
बसपा की सरकार होने पर ही मिलेगा आरक्षण का सही लाभ
आकाश आनंद ने कहा कि यहां पर लाखों की संख्या में बसपा के समर्थक आए हुए हैं। समर्थकों के उत्साह को देखते हुए लगता है कि 2027 यूपी में पांचवी बार बसपा की पूर्ण बहुमत से सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार होने पर ही दलितों और पिछड़ों को आरक्षण का सही लाभ मिल सकता है। बसपा की पहले रही सरकारों में देखा भी गया है। राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के साथ ही अन्य राज्यों की सरकारों में हिस्सेदारी करेगी।

