कस्बा हर्रा निवासी 30 वर्षीय गुलफाम का शव हर्रा-पांचली बुजुर्ग संपर्क मार्ग पर स्थित अमरूद के बाग में पेड़ पर फंदे से लटका मिला। सूचना पर पहुंचे परिजन शव उतारकर घर ले गए। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
गुलफाम पुत्र जब्बार अपने दो बेटों अनस व आहद के साथ शुक्रवार को दोपहर तीन बजे पशुओं के लिए चारा लेने के लिए गया था। अनस व आहद ने पुलिस को बताया कि उनके पिता उन्हें बाग में छोड़कर पानी पीने की बात कहकर गए थे, लेकिन वह काफी देर बाद भी वापस नहीं आए। वह दोनों उनकी तलाश करने लगे।
नलकूप के पास पहुंचे तो पास ही हमीद के खेत में अमरूद के पेड़ पर पिता गुलफाम का शव लटका हुआ देखा। यह देख उन्होंने शोर मचा दिया। पास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों ने घटना की जानकारी परिजनों व पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही परिजन शव पेड़ से उतार कर घर ले गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा। लेकिन परिजनों ने इन्कार कर दिया। पुलिस के समझाने पर परिजन पोस्टमार्टम कराने पर सहमत हुए।
सीओ सरधना संजय कुमार जायसवाल का कहना है कि प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि युवक ने आत्महत्या की है। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। तहरीर व पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
पिता की मौत से मासूमों पर टूटा दुखों का पहाड़
परिजनों ने बताया कि गुलफाम पांच भाई भाइयों में पांचवें नंबर का था। उसके पांच बच्चे हैं। बड़ा बेटा आहद आठ वर्ष, अनस छह वर्ष, बेटी जिया चार वर्ष, कासिफा तीन वर्ष व अलशिफा एक वर्ष की है। बताया कि एक वर्ष पहले ही उसकी पत्नी फातिमा की बेटी अलशिफा के जन्म के दौरान मौत हो गई थी।
पत्नी की मौत के बाद से ही वह तनाव में रहता था। छोटी उम्र में ही पांच बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया। बच्चे अभी मां की मौत का गम भी नहीं भूले थे कि पिता की मौत के बाद उन पर गमों का पहाड़ टूट गया। छोटे बच्चों को बिलखते देख हर किसी की आंखें नम थीं।