सपा अब अपने जिला कार्यालय के नामांतरण की दिशा में कदम बढ़ाने जा रही है। हाईकोर्ट से प्रशासनिक नोटिस खारिज होने के बाद पार्टी ने इस मुद्दे पर नई रणनीति तैयार की है। बुधवार को जिलाध्यक्ष जयवीर यादव की अध्यक्षता में सपा पदाधिकारियों की बैठक पार्टी कार्यालय में हुई जिसमें नामांतरण प्रक्रिया को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पार्टी अब कार्यालय के दस्तावेजों को इकट्ठा कर नगर निगम में नामांतरण के लिए औपचारिक आवेदन करेगी। जयवीर यादव ने बताया कि इस संबंध में सभी जरूरी कागजातों की पड़ताल चल रही है और जल्द ही प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
पार्टी के पदाधिकारियों ने बैठक में कहा कि सिविल लाइंस के चक्कर की मिलक क्षेत्र में स्थित यह ऐतिहासिक कार्यालय सपा की राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। यह वही जगह है जहां से बीते तीन दशकों में कई विधानसभा और लोकसभा चुनावों की रणनीतियां तैयार हुईं।
कार्यालय की यह कोठी करीब 31 वर्ष पहले मुलायम सिंह यादव के नाम से आवंटित हुई थी। लेकिन हाल ही में जिला प्रशासन की ओर से नोटिस जारी होने के बाद पार्टी के कामकाज पर असर पड़ा था लेकिन मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच ने प्रशासनिक नोटिस को खारिज कर पार्टी के हित में अपना फैसला दिया है।
जिलाध्यक्ष जयवीर यादव ने कहा कि यह भवन समाजवादी आंदोलन की धरोहर है। अब जब कोर्ट ने स्थिति स्पष्ट कर दी है तो हमारा अगला कदम इसका नामांतरण कर स्थायी समाधान निकालना है।
पार्टी नेताओं ने उम्मीद जताई कि नामांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद न केवल विवाद का अंत होगा बल्कि सपा कार्यालय फिर उसी सक्रियता के साथ राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा जैसा वह हमेशा से रहा है।

