बिलारी के मोहल्ला रहमतनगर में एक नाबालिग की शादी पुलिस ने एसडीएम के आदेश पर रुकवा दी। पुलिस द्वारा शिकायत की जांच शुरू करते ही दूल्हा और बराती निकाह किए बगैर वापस दिल्ली लौट गए। मोहल्ला रहमतनगर निवासी एक युवक ने जून 2024 को अपने ही मोहल्ले के छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उसकी 15 वर्षीय बहन घर में अकेली रहती है।
आरोपियों ने उसकी बहन के अपहरण का प्रयास किया और आरोपियों के परिवार के एक युवक ने उसकी बहन से जबरन निकाह करने का प्रयास किया। इस मुकदमे में नामजद आरोपी पक्ष को जेल जाना पड़ा था इसी वजह से दोनों में रंजिश बढ़ गई थी।
युवक ने अपनी जिस बहन को साल भर पहले 15 वर्षीय होना बताया था उसी का रिश्ता तय कर दिया और सोमवार को दोपहर को दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके के मोहल्ला भजनपुरा से दूल्हा समेत बरात भी आ गई। दूल्हा-दुल्हन की निकाह की तैयारी चल रही थी।
तभी पूर्व के दर्ज मुकदमे के नामजद आरोपी पक्ष के लोग एसडीएम बिलारी न्यायालय में पहुंचे और मुकदमे में लड़की को नाबालिग होना बताते हुए उसकी शादी रुकवाने की गुहार लगाई। एसडीएम ने थाना बिलारी पुलिस को मौके पर जाकर जांच करने और निर्धारित आयु सीमा पूरी न होने पर युवती की शादी रुकवाने के निर्देश दिए।
एसडीएम के आदेश पर जैसे ही पुलिस मोहल्ला रहमतनगर पहुंची तब काफी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने दुल्हन के रूप में सजी बैठी युवती के बालिग होने के प्रमाण पत्र परिजनों से मांगें लेकिन वह नहीं दिखा पाए। बाद में दुल्हन बनी युवती, उसके परिजन,दिल्ली से आए बराती और शिकायतकर्ता पक्ष के लोग थाने पहुंच गए।
यहां युवती के भाई ने पुलिस को यह लिखकर दे दिया कि उसकी बहन अभी नाबालिग है, अब बालिग होने पर ही उसकी शादी की जाएगी। वह अपनी बहन की बरात को वापस लौटा रहा है। इस घटनाक्रम के बाद बरात वापस दिल्ली लौट गई।
युवती की बरात लौट जाने पर देर शाम युवती पक्ष के अनेक लोगों ने शिकायतकर्ता पक्ष के घर पहुंचकर जमकर हंगामा किया। नाबालिग युवती की बिना निकाह हुए बरात लौट जाने का घटनाक्रम सोमवार देर शाम तक नगर में चर्चा का विषय बना रहा।

