जमशेदपुर। UPSTF ने मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर अनुज कनौजिया को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। रविवार तड़के STF और झारखंड पुलिस ने सूचना के आधार पर अनुज कनौजिया को जमशेदपुर में पकड़ने की कोशिश की।
अनुज ने सुरक्षा बलों की ओर फायरिंग शुरू कर दी। जबाव में टीम ने भी क्रॉस फायरिंग की। इसमें अनुज कनौजिया को गोली लग गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ में मारे गए अपराधी अनुज कन्नौजिया ने जमशेदपुर में नया ठिकाना बना रखा था। वह हमेशा गोविंदपुर और परसुडीह में आना-जाना करता था।
कैसे मारा गया कुख्यात शूटर अनुज कनौजिया
शनिवार देर रात जमशेदपुर के गोविंदपुर इलाके के भूमिहार सदन के पास उत्तर प्रदेश एसटीएफ (गोरखपुर यूनिट) और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने अनुज कनौजिया को घेर लिया। इसके बाद दोनों ओर से हुई गोलीबारी में पुलिस ने अनुज कन्नौजिया को पुलिस ने मार गिराया।
2023 में हुई पत्नी की गिरफ्तारी
15 मार्च 2023 को जमशेदपुर के परसुडीह थाना क्षेत्र के बारीगोड़ा में यूपी एसटीएफ ने छापेमारी कर अनुज कन्नौजिया की पत्नी रानी व शिव रतन को गिरफ्तार किया था। शिवरतन पर आरोप था कि वह अनुज को मोबाइल सिम उपलब्ध कराता था।
वहीं अनुज रंगदारी की रकम को शिवरतन को भेजता था। मोबाइल फोन नंबर बदल-बदलकर अनुज कन्नौजिया मऊ जिले के कारोबारियों से रंगदारी की मांग करता था। अपराध को अंजाम देता था।
ढाई लाख का था इनाम
अनुज कन्नौजिया मऊ जिले के चिरैयाकोट के बहलोलपुर का रहने वाला है। उस पर यूपी के मऊ, आजमगढ़ और गाजीपुर जिलों के थानों में कई गंभीर मामले दर्ज हैं। वह पिछले पांच सालों से पुलिस को चकमा दे रहा है।
वह मुख्तार गैंग का शार्प शूटर था। उस पर 23 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिसमें मऊ में 13, गाजीपुर में 7 और आजमगढ़ में 2 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने उस पर ढाई लाख का इनाम रखा था।
आजमगढ़ में घर पर चल चुका है बुलडोजर
अनुज कनौजिया पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस पहले भी कई प्रयास कर चुकी है। आजमगढ़ में स्थित उसके घर को बुलडोजर से गिरा दिया गया था। इसके अलावा, उसके परिवार वालों पर भी गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी और जेल भेज दिया गया था।
घटनास्थल से दो पिस्टल बरामद
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने अपराधी के पास से अत्याधुनिक दो पिस्टल की बरामदगी की है। इनमें एक नाइन एमएम और दूसरा .32 बोर का है।नाइन एमएम का पिस्टल आर्मी और पुलिस अधिकारी उपयोग करते है। देर रात तक पुलिस अपराधी के ठिकाने और आसपास क्षेत्र को सर्च करती रही।
वहीं UP STF के DGP अपने अधिकारियों से मोबाइल पर ऑनलाइन थे और पल-पल की जानकारी अधीनस्थों से ले रहे थे। STF की टीम मुठभेड़ स्थल का वीडियो बनाकर वरीय अधिकारियों को भेजती रही।
गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा इलाका
पुलिस मुठभेड़ में गोविंदपुर के जिस क्षेत्र में वांटेड अपराधी मारा गया। वह क्षेत्र गोलियों की आवाज से गूंज रहा था। पूरे एक किलोमीटर क्षेत्र की पुलिस ने घेराबंदी कर रखी थी। केवल पुलिस की वाहन की आवाजाही होती रही।
अपराधी के मारे की जानकारी के बाद लोगों की भीड़ एकत्र होने लगी। यह देख पुलिस लोगों को जाने से रोकती रही। वहीं मुठभेड़ को लेकर UP STF के जवान आपस में कानाफूसी करते नजर आए।
पहली बार दूसरे प्रदेश की पुलिस ने मुठभेड़ में अपराधी को मारा
वांटेड अपराधी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद स्थानीय लोग चर्चा करते नजर आएं कि जमशेदपुर में पहली बार किसी प्रदेश की पुलिस ने अपराधी को मार गिराया। हालांकि, जमशेदपुर से बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश के वांटेड अपराधियों की गिरफ्तारी होती रही है।
बिहार के कई वांटेड अपराधी गोविंदपुर और परसुडीह से दबोचे जा चुके हैं। संयुक्त बिहार में बोकारो के अपराधी भोला सिंह को बिष्टुपुर शमशान घाट के पास पुलिस ने मार गिराया था। उस समय जमशेदपुर के एसपी अनिल पालटा थे। उस समय भी कई राउंड गोलियां चली थी।