गिरफ्तारी देंगे निशिकांत दुबे! बाबा धाम में एंट्री को लेकर गरमाई झारखंड की सियासत, BJP के दो सांसदों के खिलाफ केस

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गिरफ्तारी देंगे निशिकांत दुबे! बाबा धाम में एंट्री को लेकर गरमाई झारखंड की सियासत, BJP के दो सांसदों के खिलाफ केस

बाबा धाम में एंट्री को लेकर झारखंड की सियासत गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी के दो सांसदों पर FIR के बाद बीजेपी हेमंत सोरेन सरकार पर हमलावार हो गई है। यह मामला मनोज तिवारी और निशिकांत दुबे के बैद्यनाथ धाम में प्रवेश से जुड़ा है। दोनों सांसदों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।

गर्भगृह में जबरन प्रवेश करने का आरोप 

निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी पर गर्भगृह में जबरन प्रवेश करने का आरोप है। देवघर में FIR दर्ज होने के बाद निशिकांत दुबे ने बड़ा ऐलान किया है। निशिकांत दुबे ने कहा है कि आज सीधे थाने जाऊंगा और गिरफ़्तारी दूंगा। निशिकांत दुबे ने कहा मैं थाने तक पैदल जाऊंगा और गिरफ्तारी दूंगा। उन्होंने कहा कि पूजा करने की वजह से उनपर 51 मुकदमे दर्ज हैं। आपको बता दें कि 2 अगस्त को मनोज तिवारी और निशिकांत दुबे ने बाबा बैद्यनाथ धाम के VVIP गेट से एंट्री ली थी, जिसके बाद ये केस दर्ज किया गया है।

प्रशासन का कहना है कि VVIP एंट्री बंद होने के बावजूद दोनों सांसद जबरन गर्भगृह में घुस गए। इसके बाद निशिकांत दुबे ने ऐलान किया है कि आज सीधे थाने जाकर गिरफ़्तारी दूंगा। सिर्फ़ पूजा करने को लेकर मुझपर 51 मामले दर्ज किए गए हैं।

क्या है पूरा मामला 

मंदिर के पुजारी कार्तिक नाथ ठाकुर की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी के अनुसार, बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के मद्देनजर पवित्र महीने श्रावण के दौरान वीआईपी या वीवीआईपी प्रवेश पर प्रतिबंध के बावजूद दोनों भाजपा सांसदों ने दो अगस्त को रात 8:45 बजे से नौ बजे के बीच मंदिर के गर्भगृह में कथित तौर पर जबरन प्रवेश किया। एक अधिकारी ने बताया, ‘‘निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, कनिष्ककांत दुबे, शेषाद्रि दुबे और अन्य के खिलाफ बाबा बैद्यनाथ मंदिर पुलिस थाने में मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने, धार्मिक परंपरा और भावनाओं को ठेस पहुंचाने तथा सुरक्षा कारणों से तैनात पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई कर सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।’’ 

शिकायत के अनुसार, सांसदों के ‘‘जबरन प्रवेश’’ और पुलिसकर्मियों के साथ ‘‘झड़प’’ के कारण वहां मौजूद हजारों श्रद्धालुओं में भय व्याप्त हो गया और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। ठाकुर ने कहा कि उन्होंने सात अगस्त को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी में उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दोनों सांसद ‘कांचा जल पूजा’ अनुष्ठान के दौरान गर्भगृह में दाखिल हो गए, जिसके परिणामस्वरूप अनुष्ठान में व्यवधान उत्पन्न हुआ। 

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