Russia Vs America: रूस ने अमेरिका को आड़े हाथों लिया है। रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बिजनेसमैन बता दिया है। क्रेमलिन ने कहा, “ट्रंप एक व्यवसायी हैं और वो दुनिया को अमेरिकी तेल और गैस ऊंची कीमतों पर खरीदने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहे हैं।” यह प्रतिक्रिया ट्रंप की ओर से रूसी तेल आयात जारी रखने के लिए चीन और भारत की आलोचना के बाद आई है। ट्रंप ने कहा था, “चीन और भारत रूसी तेल खरीद जारी रखकर युद्ध के मुख्य वित्तपोषक हैं।” ट्रंप ने यह भी कहा कि यूरोपीय सहयोगी रूस से तेल खरीदना तुरंत बंद कर दें।
क्रेमलिन ने ट्रंप को दिया करारा जवाब
क्रेमलिन ने ट्रंप द्वारा रूस को ‘कागजी शेर’ बताए जाने को भी खारिज कर दिया और कहा कि देश की अर्थव्यवस्था स्थिर है, हालांकि उसे विकास संबंधी कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने आरबीसी रेडियो को बताया, “रूस अपनी व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए हुए है। हां, विभिन्न क्षेत्रों में समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है।” मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने आगे कहा, रूस एक भालू है, बाघ नहीं, और “कागजी भालू जैसी कोई चीज नहीं होती।”
‘रूस के पास नहीं है विकल्प’
पेसकोव ने कहा कि रूस के पास 2022 में शुरू किए गए यूक्रेन में अपने आक्रमण को जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पेसकोव ने आरबीसी रेडियो को बताया, “हम अपने हितों को सुनिश्चित करने और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपना विशेष सैन्य अभियान जारी रख रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हम यह अपने देश के वर्तमान और भविष्य, दोनों के लिए कर रहे हैं, यह आने वाली कई पीढ़ियों के लिए है, इसलिए…हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।”
‘सुलह के प्रयासों से कुछ नहीं मिला’
रूस और अमेरिका के संबंधों पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि वाशिंगटन के हालिया प्रयासों के बावजूद, सुलह के प्रयासों से लगभग शून्य परिणाम प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा, “यह रास्ता सुस्त है, बहुत सुस्त, इसकी प्रभावशीलता लगभग शून्य है।”
ट्रंप ने रूस को दी टैरिफ धमकी
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान ट्रंप ने यूरोप को लेकर कहा था कि उन्हें रूस से सभी ऊर्जा खरीद तुरंत बंद करनी होगी, अन्यथा हम सभी बहुत समय बर्बाद कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोलते हुए, ट्रंप ने रूस को चेतावनी दी थी कि अगर उसने यूक्रेन में युद्ध समाप्त नहीं किया तो वह नए कड़े टैरिफ लगाएंगे। उन्होंने यूरोपीय देशों से कहा कि वो भी मॉस्को से तेल और गैस खरीद बंद करें।

