शाहजहांपुर में नगर निगम के निर्माणाधीन कार्यालय के पास सोमवार को नवजात बच्ची को उसकी दादी-नानी छोड़कर चली गईं। इस बीच वहां काम कर रहे मजदूरों ने देखकर पुलिस को सूचना दे दी। तुरंत उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति ठीक है। बताया जा रहा है कि दूसरी बच्ची के जन्म लेने और उसका होंठ कटा होने के कारण दोनों ने ऐसा किया था।
नगर निगम के निर्माणाधीन कार्यालय के पास सोमवार दोपहर करीब 12 बजे दो महिलाएं झोले में बच्ची को लेकर पहुंची थीं। बताया जा रहा है कि इससे पूर्व दोनों काफी देर तक ककरा काकरकुंड पुल पर भी खड़ी रहीं, जब वहां पर लोगों का आना-जाना देखा तो दोनों निर्माणाधीन कार्यालय के पास पहुंच गईं। उन्होंने बच्ची को पास में बने एक गड्ढे में रख दिया और तेजी से वहां से चली गईं।
बच्ची के रोने की आवाज पर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। बच्ची को देखकर उन लोगों ने उसे उठा लिया। इसके बाद 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और आनन-फानन बच्ची को राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि बच्ची का होंठ कटा हुआ है। शुरुआत में उसको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इलाज के बाद अब उसकी हालत अब ठीक है।
सदर बाजार की रहने वाली है महिला
इंस्पेक्टर अश्वनी सिंह ने बताया कि बच्ची के माता-पिता का पता चल गया है। मामले की जांच की जा रही है। उन पर कार्रवाई की जाएगी। चाइल्डलाइन और सीडब्ल्यूसी टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की। पुलिस की जांच में पता चला है कि बच्ची को जन्म देने वाली महिला थाना सदर बाजार क्षेत्र के एक मोहल्ले की रहने वाली है। राजकीय मेडिकल कॉलेज में जन्म के बाद सोमवार दोपहर को अस्पताल से छुट्टी कराकर प्रसूता घर चली गई थी, लेकिन सोमवार को बच्ची को उसकी नानी और दादी लेकर निर्माणाधीन नगर निगम पास उसे लावारिस छोड़ने पहुंची थीं।
बच्ची का पिता करता है मजदूरी
बच्ची का पिता मजदूरी करता है। यह उसकी दूसरी बच्ची थी। उसके होंठ कटे हुए थे। बच्ची की हालत गंभीर बताई गई थी। डॉक्टर ने बच्ची को लखनऊ दिखाने के लिए कहा था, लेकिन दोनों ने बच्ची का उपचार कराने के बजाय इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया। अब सभी परिजन माफी मांग रहे हैं। इधर, पुलिस अपनी जांच कर रही है।
16 मई को हुआ था जन्म
जिला प्रोबेशन अधिकारी गौरव मिश्रा ने बताया कि बच्ची के माता-पिता का पता चल गया है। नानी और दादी से पूछताछ में जानकारी हुई है कि बच्ची ने 16 मई को राजकीय मेडिकल कॉलेज में जन्म लिया था। प्रसूता का ऑपरेशन हुआ था। वहीं, घटनाक्रम के बाद पूरे परिवार की काउंसलिंग कराई जा रही है। इसके बाद बच्ची को परिवार के सुपुर्द किया जाएगा।