रामचरित मानस पर टिप्पणी और जनमानस की भावना को ठेस पहुंचाने के मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कैंट थाने में मंगलवार को कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया। अधिवक्ता अशोक कुमार के आवेदन पर कोर्ट ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया है।
ये है मामला
चेतगंज थाना क्षेत्र के अंधरापुल रंगिया महाल निवासी अधिवक्ता अशोक के आरोपों के अनुसार एक इंटरव्यू में पत्रकार के प्रश्न पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि तुलसीदास ने अपनी प्रसन्नता के लिए रामचरितमानस लिखा है, यह कोई धार्मिक ग्रंथ नहीं है। बल्कि इसमें जाति विशेष के खिलाफ अपमानजनक बातें लिखी गई हैं। इस बयान से समाज की भावना आहत हुई है। कैंट इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि केस दर्ज किया गया है। विवेचना की जाएगी।