भारत और अमेरिका अपने प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) को लेकर तेजी दिखा रहे हैं। इस समझौते के लिए दोनों देशों ने मिलकर जो शुरुआती मसौदा (संदर्भ शर्तें) तैयार किया है, उसमें लगभग 19 चैप्टर हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, इनमें आयात शुल्क, वस्तुओं का व्यापार, व्यापार में आने वाली गैर-शुल्क बाधाएँ और सीमा शुल्क प्रक्रियाओं को आसान बनाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं। बातचीत को और आगे बढ़ाने के लिए एक भारतीय अधिकारियों का दल अगले सप्ताह अमेरिका का दौरा करने वाला है। यह दौरा इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि प्रस्तावित बीटीए पर औपचारिक बातचीत शुरू होने से पहले कुछ बचे हुए मतभेदों को 90 दिनों के भीतर दूर किया जा सके। यह 90 दिन की समयसीमा इसलिए रखी गई है, क्योंकि इस दौरान दोनों देशों ने एक-दूसरे के उत्पादों पर ‘जवाबी टैरिफ’ नहीं लगाने का फैसला किया है।
राजेश अग्रवाल करेंगे भारत का नेतृत्व भारत की ओर से इस बातचीत का नेतृत्व वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल करेंगे, जिन्हें हाल ही में अगला वाणिज्य सचिव नियुक्त किया गया है और वे 1 अक्टूबर से अपना नया पद संभालेंगे। दोनों देशों के अधिकारियों के बीच पहली आमने-सामने की बातचीत वाशिंगटन में बुधवार (23 अप्रैल) से शुरू होगी और तीन दिन तक चलेगी। एक अधिकारी ने बताया कि इस मुलाकात में दोनों पक्ष समझौते के स्तर और महत्वाकांक्षा पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही, संदर्भ शर्तों को और विकसित किया जाएगा और उन पर विस्तार से बात की जाएगी। बातचीत किस दिशा में आगे बढ़ेगी, इस पर भी चर्चा होगी। शर्तों में शुल्क, गैर-शुल्क बाधाएँ, उत्पादों की उत्पत्ति के नियम और कानूनी मामले जैसे विषय शामिल होंगे।
90 दिन में अंतिम रूप देना है टार्गेट अधिकारी ने यह भी कहा कि समझौते की रूपरेखा और समयसीमा तय करने पर भी बात होगी, ताकि 90 दिनों के भीतर इसे अंतिम रूप दिया जा सके। यह तीन दिवसीय विचार-विमर्श इसलिए अहम है क्योंकि एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने पहले कहा था कि अगर भारत और अमेरिका दोनों को फायदा होता है, तो ट्रंप प्रशासन द्वारा घोषित 90 दिन के शुल्क विराम में अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
हाल ही में भारत आई थी अमेरिकी टीम यह दौरा एक उच्च-स्तरीय अमेरिकी टीम के हाल ही में भारत दौरे के कुछ ही हफ्तों के भीतर हो रहा है, जो यह दिखाता है कि बीटीए के लिए बातचीत में तेज़ी आ रही है। पिछले महीने भी दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बातचीत हुई थी, जिसमें दक्षिण और पश्चिम एशिया के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच ने 25 से 29 मार्च तक भारतीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा की थी। दोनों देश अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 9 अप्रैल को घोषित 90 दिन के शुल्क स्थगन का लाभ उठाना चाहते हैं। इससे पहले, 15 अप्रैल को वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा था कि भारत अमेरिका के साथ जल्द से जल्द बातचीत पूरी करने की कोशिश करेगा और उसने अमेरिका के साथ व्यापार को उदार बनाने का फैसला किया है।